नगरपालिका फर्रुखनगर मुक्ति धाम परिसर में बनाएगी चैंबर.
67 लाख की लागत, मात्र एक गैस सिलैंडर, 30 मिनट समय
फतह सिंह उजाला
पटौदी। विश्वव्यापी कोरोना महामारी से बचाव , पेडों के संरक्षण तथा पर्यावरण को स्वच्छ बनाये रखने उदेश्य और लकड़ियों के अंधाधुंध इस्तेमाल को रोकने के उद्देश्य से नगरपालिका फर्रुखनगर द्वारा मुक्ति धाम (शमशान घाट ) फर्रुखनगर परिसर में शव के अंतिम संस्कार कराने के लिए एलपीजी-सीएनजी चैंबर- मशीन स्थापित की जा रही है।
एलपीजी-सीएनजी चैंबर- मशीन की आधारशीला विधिवत रुप से मंत्रो उच्चारण के साथ चेयर पर्सन सुमन यादव के प्रतिनिधि के तौर पर उनके पति एडवोकेट संदीप यादव ने रखी। करीब 67 लाख रुपए की लागत से लगाई जाने वाली मशीन से मात्र एक गैस सिलैंडर की खपत मात्र 30 मिनट में शव का अंतिम संस्कार किया जा सकेगा।
निर्माण कम्पनी कांता इलेक्टिकलस प्रा. लि. के ठेकेदार विपिन शर्मा ने बताया कि लोग आज भी पुरानी परम्परा अनुसार लकड़ियों से संस्कार करने को तरजीह देते हैं। जिससे हरे भरे वृक्षों की कटाई की जा रही है। जिसके पर्यावरण को भारी क्षति होती है। सीएनजी – एलपीजी चालित यह मशीन शव के अंतिम संस्कार के लिए काफी कारगर साबित होगी। इसके जरिये कुछ ही घंटों में मृतक देह का संस्कार हो जाता है। इस मशीन का फ्रंट घूमने वाली ट्राली होती है , जिसमें मृतक देह को रखा जाता है। फिर यह बॉडी बाक्स में चली जाती है। जिसमें कपूर की टिकिया रख कर बटन दबा कर आग लगा दी जाती है। इस मशीन के साथ 20 कमर्शियल बड़े गैस सिलेंडर लगाए जाते हैं तथा 100 फुट ऊंची चिमनी लगी हुई है जो वातावरण को दूषित होने से बचाती है।