बुजुर्ग की मौत वैक्‍सीन से या हार्ट अटैक से ?

स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि बुजुर्ग की हार्ट अटैक से मौत हुई है. वैक्‍सीन का इससे कोई संबंध नहीं है.

फतेहाबाद,। जिले में सोमवार को मैगा वैक्शीनेशन डे मनाया गया। जिले के 19 सेंटरों में 78 सेशन लगाए गए। हर सेंटर के लिए डाक्टर की नियुक्ति की गई। कई क्षेत्रो में तो गांव स्तर पर वैक्सीन लगाई है। गांव मोहम्मदपुर सौत्र के सेंटर में वैक्सीन लगाने से एक 70 साल के बुजुर्ग की तबीयत बिगड़ गई। जिससे स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया। एंबुलेंस की सहायता से पहले बुजुर्ग को रतिया के नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहां से हिसार के निजी अस्पताल लाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। स्वास्‍थ्‍य विभाग ने कहा कि वैक्‍सीन से नहीं बल्‍कि आर्ट अटैक से मौत हुई है।

बताया जा रहा है कि जैसे ही बुजुर्ग को वैक्सीन लगी तो उसे घबराहट शुरू हो गई और चक्कर आना शुरू हो गया। वहां पर तैनात डाक्टर ने कहा कि टीका लगने के बाद बीपी हाई हो गया था। इस कारण तबीयत खराब हुई है। स्वास्थ्य विभाग इस बुजुर्ग का इलाज अपने स्तर पर निजी अस्पताल में करवा रहा था। दो डाक्टरों की टीम इस बुजुर्ग की निगरानी कर रही थी। हालत बिगड़ने पर उसे हिसार के निजी अस्पताल में लाया गया।

इस समय 45 से 59 साल के गंभीर बीमारी वाले व 60 साल से अधिक बुजुर्गों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो दोनों ही हालत में हाई रिस्क है। ऐसे में जहां वैक्सीन लग रही है वहां पर व्यवस्था पूरी होनी चाहिए। गांव मोहम्मदपुर सौत्र में वेंटिलेटर आदि की कोई व्यवस्था नहीं थी। वहीं एंबुलेंस को भी फोन कर बुलाया गया। स्वास्थ्य विभाग को सेंटर बनाने से पूर्व वहां पर व्यवस्था अवश्य करनी चाहिए थी। 

जिले में सोमवार को स्वास्थ्य विभाग ने 5 हजार लाभार्थियों को टीका लगाने का टारगेट रखा था। लेकिन दोपहर तक 1800 लोगों को ही वैक्सीन लग पाई। गांवों में मुनादी भी करवाई गई थी कि वो वैक्सीन जरूर लगवाए। सुबह के समय उत्साह भी देखा गया। गांवों में आशा वर्कर घर-घर जाकर लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित कर रही थी। यही कारण है कि जिले में सोमवार को सबसे अधिक 1800 लोगों को वैक्सीन लगाई गई।

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