चण्डीगढ़, 15 मार्च – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने बजट सत्र के दौरान एक पंक्ति का प्रस्ताव पेश किया कि समाज का कोई भी वर्ग या संगठन किसी राजनैतिक पार्टी के नेता के बहिष्कार (बॉयकॉट) की घोषणा करता है तो यह सदन उसकी निंदा करता है। मुख्यमंत्री ने यह भी प्रस्ताव रखा कि यदि आवश्यक हो तो सदन में प्रस्ताव पर वोटिंग करवाई जाए। सदन में यह प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित हुआ और भाजपा व निर्दलीय विधायकों ने मेज थपथपाकर प्रस्ताव का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए जितनी जिम्मेदारी सत्ता पक्ष की होती है उतनी ही जिम्मेदारी विपक्ष की भी होती है। विपक्ष के नेता श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी का कोई भी विधायक किसी संगठन या वर्ग को राजनेताओं का बहिष्कार करने के लिए उकसा नहीं रहा है और न ही उकसाने के लिए कहेगा। हालांकि वोटिंग के समय कांग्रेस पार्टी के विधायकों ने वॉकआउट किया। Post navigation 75 फीसदी आरक्षण को देने के सरकार के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका को हाईकोर्ट ने खारिज किया कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को जारी किए गए 220 करोड़