पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने बजट को बताया एक मृग मरीचिका व दिशाहीन

बजट में आंकड़ों की बाजीगरी की गई: चंद्रमोहन

रमेश गोयत

पंचकूला। हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा हरियाणा विधानसभा में वर्ष 2021-2022  के लिए पेश किए गए बजट को एक मृग मरीचिका, दिशाहीन और लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं पर खरा न उतरने वाला बजट बताते हुए इसे प्रदेश के लोगों के साथ धोखा बताया है। चन्द्र मोहन ने कहा कि कोविड की महान  विभीषिका के बाद गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के आंसू पोंछने के लिए राहत की उम्मीद थी, लेकिन खट्टर सरकार असंवेदनशील और जनविरोधी सरकार है। इस सरकार की अकर्मण्यता और हठधर्मिता का ही परिणाम है आज गरीब और गरीब हो गया और अमीर और अमीर हो गया। आज किसान और मजदूर की जो दूर्दशा हुई है, उसका श्रेय केन्द्र और राज्य सरकार को जाता है।                        

 उन्होंने कहा कि यह प्रदेश के लोगों का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि वर्तमान भाजपा सरकार ने  प्रदेश के लोगों को कर्ज में डूबो दिया है। विकास के खोखले दावों करने वाली सरकार में आज एक बच्चा लगभग 6000 रूपए का कर्ज लेकर पैदा होता है। हरियाणा बनने से लेकर इस सरकार से पहले कांग्रेस सरकार 709310 करोड़ रुपए का कर्ज छोड़ कर गई थी, लेकिन खट्टर सरकार ने  केवल 6 वर्षों के दौरान  कर्ज में 321 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। चन्द्र मोहन ने कहा कि बजट में आंकड़ों की बाजीगरी की गई है और आंकड़ों से भूख नहीं मिटती है, पेट की सुधा शान्त करने के लिए तो भोजन की जरूरत है और लोगों की थाली से भोजन तो इस निर्दयी सरकार ने छीन लिया है। कोविड महामारी में करोड़ों लोगो का रोजगार चला गया और पट्रोल और डीजल तथा रसोई गैस सिलेंडर के दामों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि पैट्रोल और डीजल पर वैट की दरों में कोई कमी नहीं की गई है। कुल मिलाकर बजट झूठ के पुलिंदे के सिवाय कुछ नहीं है। इसके माध्यम से प्रदेश के लोगों को भ्रमित करने का प्रयास किया गया है। इसका जवाब जनता समय आने पर देगी।  

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