रेवाड़ी,7 मार्च 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश ने आरोप लगाया कि पिछले दो सालों से भाजपाई-संघी सरकार के मंत्री-संतरी रेवाड़ी में एम्स का शिलान्यास करने का बेसुरा राग तो अलाप रहे है, पर एम्स कब बनेगा और कहां बनेगा इस पर कुछ भी स्पष्ट कहने को तैयार नही है।

विद्रोही ने कहा कि प्रधानमंत्री एम्स का शिलान्यास तो तब करेंगे जब एम्स के लिए हरियाणा भाजपा सरकार जमीन अधिग्रहण करेगी। मनेठी एम्स को 28 फरवरी 2019 को 1299 करोड़ रूपये के बजट के सास्थ केन्द्रीय मंत्रीमंडल ने स्वीकृति दी थी, पर विगत दो सालों से कागजी स्वीकृति के अलावा एम्स निर्माण के लिए हरियाणा भाजपा सरकार ने एक कदम भी नही उठाया है। सवाल उठता है कि भाजपा-खट्टर सरकार एम्स निर्माण के लिए माजरा की जमीन लेने के प्रति उदासीन क्यों है? जब माजरा के किसान एम्स के लिए जमीन देने को तैयार है तो सरकार इस जमीन का अधिग्रहण क्यों नही करती?

विद्रोही ने सवाल किया कि 1299 करोड रूपये से बनने वाले मनेठी एम्स के लिए माजरा की जमीन लेने के लिए भाजपा-खट्टर सरकार 4-5 करोड़ रूपये अतिरिक्त खर्च करने से क्यों भाग रही है? इतने बड़े व दीर्घग्रामी स्वास्थ्य प्रोजेक्ट को केवल 4-5 करोड़ रूपये अधिक खर्च न करने की जिद से लटकाया जाना बताता है कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर की मनेठी एम्स निर्माण के प्रति नियत साफ नही है। स्थानीय विधायक व खट्टर सरकार के मंत्री डा0 बनवारीलाल व केन्द्रीय राज्य मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह मनेठी एम्स के लिए बयानबाजी करके लोगों को एम्स निर्माण का आश्वासन तो देते है, पर प्रदेश व केन्द्र सरकार में इन दोनो मंत्रीयों की कोई सुनवाई नही होती। विद्रोही ने कहा कि जब इन मंत्रीयों की बात को मुख्यमंत्री कोई तवज्जों ही नही देते है तो इन मंत्रीयों के एम्स निर्माण केे दावे अपने आप बेमानी हो जाते है। 

विद्रोही ने कहा कि मोदी राज आने के बाद देश में लोकतंत्र कमजोर हुआ है। इस राज में न तो ंमत्रीयों की कोई हैसियत है और न ही सांसदों, विधायकों की। आम अदामी की सुनवाई तो दूर, उसकी आवाज को कुचला जा रहा है। तभी तो ग्लोबल पॉलिटिक्स राईट लिबर्टी रिपोर्ट 2020-21 अनुसार भारत दुनियाभर में 100 लोकतांत्रिक देशों में लोकतंत्र की आजादी मामले में खिसकर 83वें पायदान पर जा पहुंचा जिसके चलते भारत में लोकतंत्र को आंशिक आजादी वाले देश में रखा गया है जो बताता है कि मोदी राज ने भारत में लोकतंत्र को बनाना रिपब्लिक में बदल दिया।

विद्रोही ने कहा कि जिस राज में आमजनों की बात दूर मंत्रीयों, सांसदों, विधायकों की कोई हैसियत नही है, उस राज में सरकार की किसी भी बात पर विश्वास नही किया जा सकता। विद्रोही ने हरियाणा व देश के लोगों से अपील की कि वे लोकतंत्र, संविधान, अभिव्यक्ति की स्वतत्रंता, नागरिक स्वतत्रंता व उनके अधिकारों की रक्षा के लिए आगे आकर लडाई लडे वरना संघी भारत के लोकतंत्र को पूर्णतया फासीजम में बदलने के षडयंत्र में कामयाब हो जाएंगे। 

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