रमेश गोयत चंडीगढ़। हरियाणा के लोगों के जीवन में बेहतरी लाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री कार्यालय के ट्विटर हैंडल के माध्यम से निरन्तर प्रयास किए जा रहे हैं। हाल ही में ट्विटर हैंडल पर आई किसानों की विभिन्न समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल किया गया है। इस संबंध में अधिक विवरण सांझा करते हुए, मुख्यमंत्री के आईटी सलाहकार ध्रूव मजूमदार ने बताया कि सोशल मीडिया टीम द्वारा किसानों के माध्यम से की जा रही शिकायतों को संवेदनशीलता से लिया जा रहा है और इन शिकायतों को जल्द से जल्द हल किया जा रहा है। मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण के दौरान होने वाली समस्याओं से संबंधित कुछ ट्वीट्स सत्यवान सिंह (गारनपुरा, भिवानी), मनीष यादव (इंछापुरी, गुरुग्राम) और पवन यादव (धाना खुर्द, हिसार) द्वारा किए गए। इनमें यह बताया गया कि संबंधित पटवारी द्वारा यह गलत उल्लेख किया गया था कि उनकी कृषि भूमि खेती के लिए (योग्य) फिट नही है। मुख्यमंत्री कार्यालय के ट्विटर हैंडल पर आए इन ट्वीटस को संवेदनशीलता से लिया गया और त्रुटियों को तुरंत ठीक किया गया। एक अन्य ट्वीट का विवरण देते हुए ध्रूव मजूमदार ने बताया कि एक किसान परमजीत सिंह ने ट्वीट किया कि उसकी कृषि भूमि करनाल जिले के तहसील इंद्री के गांव डबकौली कलां में है। उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय के ट्विटर हैंडल पर ट्वीट किया था कि सब्सिडी वाला यूरिया उनके गांव तक नहीं पहुंच रहा है। इस समस्या को ट्वीट होने के 72 घंटों के भीतर हल किया गया। इसी प्रकार, हिसार जिले की तहसील नारनौंद के गांव मिर्चपुर के किसान संजय कुमार ने अपने ट्वीट में उल्लेख किया कि उनके द्वारा उगायी जाने वाली बाजरा की फसल नही बिक रही है और फसल को तौलने/वजन की प्रक्रिया भी शुरू नहीं हुई है। ट्वीट पर आई इस शिकायत को प्राथमिकता के आधार पर हल किया गया। Post navigation प्रदेश के उद्योगों के रोजगार पर है हरियाणवी युवाओं का हक – डिप्टी सीएम महिला दिवस पर विधानसभा सदन की कार्यवाही का संचालन महिला सदस्य करेगी