सरकार की हठधर्मिता के चलते किसान आंदोलन होगा ओर मजबूत

भिवानी/मुकेश वत्स  

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर शनिवार को किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने एकत्रित होकर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ तथा धरनारत्त किसानों के समर्थन में काला दिवस मनाया। इस मौके पर एकत्रित सैंकड़ों किसान नेताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा सरकार को काले झंडे दिखाते हुए कृषि से जुड़े तीनों काले कानून वापिस लेने की मांग की। इस मौके पर सैंकड़ों किसान महिलाएं भी शामिल हुई।

किसानों को संबोधित करते हुए कामरेड़ ओमप्रकाश ने कहा कि सरकार का अडियल रवैया देखते हुए किसान ओर ज्यादा मजबूती से आंदोलन में भागीदारी करेगा तथा जब तक तीनों कृषि कानून वापिस नहीं हो जाते, किसान अपना संघर्ष जारी रखेंगे। किसान नेता गंगाराम श्योराण ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा। युवा कल्याण संगठन के संरक्षक कमल सिंह प्रधान ने कहा कि गांव-गांव तक इस मुहिम को ले जाया जाएगा और 36 बिरादरी के भाईचारे को एकत्रित कर दिल्ली बॉर्डर पर जाकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने का कार्य किया जाएगा।

किसान नेता राकेश आर्य ने कहा कि जब तक सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापिस नहीं लेती, किसानों का आंदोलन यू ही जारी रहेगा। इस अवसर पर सज्जन कुमार, करतार सिंह ग्रेवाल, कामरेड कुलभूषण आर्य, रत्न जिंदल, पार्षद बलवान सिंह, अनिल शेषमा, राजबीर सिंह, सहित अनेक संगठनों से जुड़े प्रतिनिधि शामिल रहे।