गरीबों के हितों रक्षक थे पूर्व सीएम मास्टर हुक्म सिंह. स्वास्थ्य जांच शिविर में 278 लोंगो का किया परीक्षण. मास्टर हुुक्म सिंह की पुण्यतिथि पर स्वास्थ्य जॉच कैंप भिवानी। स्थानीय घिकाड़ा बाईपास स्थित मास्टर हुक्म सिंह स्मृति स्थल पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मास्टर हुक्म सिंह की पुण्य तिथि गणमान्य व्यक्तियों के द्वारा वैदिक वेद मंत्रों द्वारा हवन यज्ञ का आयोजन कर एवं मा हुक्म सिंह जी की प्रतिमा पर पुष्प व फूल-मालाएं चढ़ाकर उनको श्रृद्धांजलि अर्पित कर मनाइ गई। इसके उपरांत मास्टर जी के निवास स्थान पर वर्ड कॉलेज ऑफ मैडीकल साईंसेज एण्ड रिसर्च एण्ड हॉस्पीटल के चिकित्सकों द्वारा 278 लोगो की स्वास्थ्य जांच की गई। इन सभी लोगो की खून की जांच की गई व फ्री दवाईयां वितरित की गईं। मास्टर हुक्म सिंह मैमोरियल फाऊंडेशन के प्रधान जोगेन्द्र सिंह ने मास्टर जी के जीवन के बिन्दुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जोगेन्द्र सिंह ने कहा कि मास्टर हुक्म सिंह जी गरीबों के हितों के रक्षक थे। वो लोगो स्वास्थ्य के बारे में बड़े चिंतित रहते थे और उन्होनें अपने मंत्री व मुख्यमंत्री कार्यकाल में लोगो के स्वास्थ्य के लिए अनेकों सरकारी अस्पतालों व डिस्पैंस्रियों का निर्माण करवाया आज के समय में गरीब आदमी अपना इलाज करवाने में असमर्थ है क्योकिं निजी अस्पतालों में बहुत महंगा इलाज होता है। स्वर्गीय मास्टर हुक्म सिं ने शिक्षा के स्तर में काफी सुधार किए। हरियाणा में जहां भी 10वीं, 12वीं के विद्यालय नहीं थें बहन बेटियों को दूसरें गांव पढने के लिए जाना पड़ता था। उन गांव में दसवी बारहवीं के स्कूल अपग्रेड किए। उनकी यह सोच थी कि अमीर आदमी का बच्चा प्रईवेट स्कूल में पढ़ाई कर लेगा लेकिन जो गांव व देहात में गरीब लोग हैं वो अपने बच्चों को प्राईवेट स्कूलों में पढ़ानें में सक्षम नहीं हैं वो अपने बच्चें को प्राईवेट में नहीं पढ़ पाएगा। इसलिए उन्होनें लोगो को सरकारी स्कूलों में पढ़ाने के लिए प्रेरित किया। उन्होनें बताया कि मास्टर हुक्म सिंह जी ने गरीबों के हितों की लड़ाई लड़ी थी। उन्होने बताया कि मास्टर हुक्म सिंह बहुत बड़े गौ-भक्त थे उन्होने पूरी जिन्दगी देशी गाय के दूध का सेवन किया और उन्हें जो हरियाणा सरकार से पैंशन रुपी भत्ता मिलता था। गौशाला में गऊओं की सेवा में लगता था। स्वर्गीय मास्टर हुक्म सिंह जी नें स्वच्छता को बड़ा महत्व दियां गांव की महिलाओं को खुले में शौंच न जाना पड़े इस कारण उन्होनें केन्द्र व राज्य सरकार के साथ मिलकर हर-घर शौचालय बनानें की मुहिम चलाई। उन्होने अपने कार्यकाल में खिलाडियों के हित में बहुत कार्य किए वो कहते थे कि प्रदेश का खिलाड़ी देश-विदेश में हरियाणा का नाम रोशन कर रहा है उसके हितों का हनन नहीं होना चाहिए। स्वर्गीय मास्टर हुक्म सिंह के सुपुत्र राजबीर सिंह फौगाट ने कहा कि स्वर्गीय मास्टर हुक्म सिंह जी हवन व यज्ञ को बड़ा महत्त्व देते थे अपने कार्यकाल के दौरान वे गुरुकुलों मंे जाते रहते थे उनका कहना था कि हवन करने से वातावरण की शुद्धि होती है। इस अवसर पर स्वर्गीय मास्टर हुक्म सिंह के सुपुत्र राजबीर सिंह फौगाट, अतर सिंह श्योराण बलवंत नम्बरदार प्रधान फौगाट खाप, सुरेश सैक्रेट्री, फौगाट खाप, रामसिंह बलकरा, अजीत फौगाट, कुलदीप फौगाट, रामनिवाश मिर्च, सतबीर कन्हेटी, राधेश्याम प्रजापती, अशोक सरपंच कन्हेटी, देवीसिंह आचार्य, हवासिंह सरपंच, कृष्ण, नरेश इमलोटा, दयानन्द धानिया, रविन्द्र शर्मा, रणबीर सेक्रेट्री, रणजीत, राजेन्द्र घिकाड़ा, रणजीत चरखी, राजा चहल नीमड़ी, कृण भगत मकड़ाना, हवा सिंह मंदौली, फकीरा पैंतावास, मालिक लोहरवाड़ा, अजीत सरपंच रावलधी, रामकरण मानकास, कालू फौगाट, एडवोकेट बलबीर आदि गणमान्य व्यक्तियों ने मास्टर हुक्म सिंह जी को श्रृद्धांजलि अर्पित की। Post navigation त्रिदिवसीय भिवानी महोत्सव का शुभारंभ “सुख” चाहते हो तो “प्रेम, प्रीत” और “सेवा” से मुहँ ना मोड़ो। : हुजूर कँवर साहेब महाराज जी