ई कामर्स बाजार बंद नही किया तो ऐमजॉन व फिलिप्कार्ट के दफ्तरों को लगाएंगे ताला
आॅनलाइन शापिंग बाजार से बर्बाद हो रहे साढ़े छह करोड़ कारोबारी
अगले तीन साल में सौ बिलियन डॉलर होगा ई कामर्स कारोबार
आठ राज्यों के कारोबारियों का दो दिवसीय अधिवेशन शुरू

रमेश गोयत

चंडीगढ़। उत्तरी भारत के लाखों खुदरा व्यापारियों और लघु उद्यमियों ने केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा ई कामर्स कारोबार व आॅनलाइन बाजार चलाने वाली कंपनियों को बढ़ावा दिए जाने के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। राष्टÑीय जन उद्योग व्यापार संगठन (आरजेयूवीएस) ने ऐमजॉन व फिलिप्कार्ट के दफ्तरों के बाहर धरना देने और दफ्तरों पर ताला लगाने का ऐलान किया है।
संगठन के राष्टÑीय अध्यक्ष अमित गुप्ता ने शनिवार को से चंडीगढ़ में शुरू हुए दो दिवसीय अधिवेशन के उद्घाटन अवसर पर बातचीत में बताया कि इस अधिवेशन में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, हिमाचल, उत्तराखण्ड, उत्तरप्रदेश व गुजरात आदि के लघु एवं सूक्ष्म उद्यमी ओर खुदरा व्यापारी भाग ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि देश मे साढ़े छह करोड़ एमएसएमई यूनिट हैं। जिनके माध्यम से 11 करोड़ लोगों को रोजगार दिया जा रहा है।

गुप्ता के अनुसार लघु उद्यमियों व खुदरा व्यापारियों द्वारा जीडीपी में 30 फीसदी योगदान दिया जा रहा है और 95 प्रतिशत उतपादन किया जा रहा है। देश के निर्यात में 40 प्रतिशत योगदान देने 6000 उत्पादों का उत्पादन करने के बावजूद बैंकिंग लोन में 16 प्रतिशत ही हिस्सा दिया जाता है। देश में आॅनलाइन बाजार को बंद करने की मांग करते हुए राष्टÑीय जन उद्योग संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने बिजली की दरें सस्ती करने और कर्ज दिए जाने क्षमता बढ़ाए जाने की मांग करते हुए कहा कि एक सर्वे के अनुसार वर्ष 2020 में ई कामर्स कंपनियों ने दो लाख 10 हजार करोड़ का कारोबार किया है। इसमे हर साल 27 प्रतिशत की वृद्धि हो रही है। जिसके चलते वर्ष 2024 तक यह कारोबार सात लाख 30 हजार करोड़ तक पहुँच जाएगा। जिससे छोटा दुकानदार, खुदरा व्यापारी ओर सूक्ष्म उद्यमी पूरी तरह से तबाह हो जाएगा।

संगठन के राष्टÑीय सलाहकार संतोष मंगल ने ई कामर्स अथवा आॅन लाइन कंपनियों का विरोध करने और ऐमजॉन व फिलिर्प्कार्ट के दफ्तरों को ताला जडने का ऐलान करते हुए कहा कि दीपावली के दौरान भारत मे ई कामर्स कंपनियों ने 30 हजार करोड़ का कारोबार किया। जिसमें 55 फीसदी कारोबार टू टायर शहरों का था। इस अवसर पर बोलते हुए संगठन की युवा इकाई के राष्टÑीय अध्यक्ष नितिन गुप्ता ने कहा कि आॅनलाइन शॉपिंग करने वालों में 65 फीसद युवा वर्ग है। इसलिए संगठन द्वारा सोशल मीडिया तथा अन्य प्लेटफार्म के माध्यम से ई कामर्स बाजार के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। आरजेयूवीएस के हरियाणा अध्यक्ष गुलशन डंग व महासचिव पवन अग्रवाल ने कहा कि हरियाणा के सभी जिलों में ई कामर्स बाजार के विरुद्ध लोगो को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाएगा और ऐमजॉन व फिलिप्कार्ट के दफ्तरों के आगे धरने दिए जाएंगे।

इस अवसर पर सूरत के प्रतिनिधि राजीव खंडेलवाल, वाराणसी के प्रतिनिधि राकेश, मथुरा से जगत नारायण गुप्ता, उत्तर प्रदेश के शिवम बिश्नोई, सतना मध्य प्रदेश के निती पसीने, राजस्थान से रामोतार गोयल समेत कई गणमान्य मौजूद थे।

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