हमारा जीवन धन्य हमारे सामने बन रहा राम मंदिर. भगवान राम भारतीय सनातन संस्कृति के पहचान फतह सिंह उजाला पटौदी । भगवान राम किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं । मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम 130 करोड़ भारतीयों के आराध्य हैं। हमारी सुबह राम-राम से ही आरंभ होती है और राम का नाम ही अटल सत्य है । अंतिम समय में भी भगवान राम का ही नाम लिया जाता है । 500 वर्ष के संघर्ष बाद सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के उपरांत भगवान राम का अयोध्या में दुनिया का सबसे भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है । इसमें सबसे अहम और सौभाग्य की बात यह है की आज के दौर में हम सभी का जीवन धन्य हो गया कि हमारे जीवन काल के दौरान ही भगवान राम के मंदिर का निर्माण भी हो रहा है । यह बात कुरुक्षेत्र के सांसद नायब सिंह सैनी ने बुधवार को पटौदी विधानसभा क्षेत्र के हेली मंडी अनाज मंडी में श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ एवं राष्ट्र आराधना के मौके पर मौजूद श्रद्धालुओं के बीच में कहीं । इस मौके पर उन्होंने कहा कि भगवान राम मंदिर निर्माण के लिए निधि संग्रहण का जो अभियान चलाया जा रहा है, इसका एक मात्र उद्देश्य आम जनमानस का राम मंदिर के प्रति भावनात्मक लगाव जागृत करना है । ऐसा नहीं है मंदिर निर्माण के लिए केवल हिंदू ही निधि समर्पण में सहयोग कर रहे हैं । राम मंदिर निर्माण में 36 बिरादरी का और सभी धर्म वर्ग संप्रदाय के लोगों के द्वारा दिल खोल कर सहयोग किया जा रहा है । इसी मौके पर उन्होंने कहा कि आज से 1155 वर्ष पहले भगवान श्री कृष्ण ने ही कुरुक्षेत्र में अर्जुन को जीवन चक्र और रिश्ते नातों के संदर्भ में ज्ञान देते हुए अपने विराट रूप के दर्शन भी दिए थे। कुरुक्षेत्र अपने आप में एक ऐतिहासिक और पौराणिक स्थान है । केंद्र और राज्य सरकार भी कुरुक्षेत्र के और वहां के आध्यात्मिक स्थानों का दुनिया से परिचय कराने के लिए निरंतर काम कर रही है । कुरुक्षेत्र वास्तव में ऐसा तीर्थ स्थान है जहां पर प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में एक बार अवश्य आना चाहिए । इसी मौके पर भागवत व्यास पंडित देवेश कृष्ण सचिदानंद ने भागवत कथा का गोवर्धन पर्वत प्रसंग से लेकर अगस्त मुनि को माता सीता के द्वारा भोजन कराने तक की लीला का संगीत मय प्रसंग श्रद्धालुओं को सुनाया। इस मौके पर मानव निर्माण से जुड़े सुशील गिरी ने कहा की हम सभी को जीवन में प्रभु का स्मरण करते रहना चाहिए । ऐसा किया जाने से भगवान सभी पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं और एक अलग ही प्रकार की आत्मिक शांति भी प्राप्त होती है । इस मौके पर सुभाष ,नरेश, पिंटू ,उमेश, आनंद, शिव कुमार, बंटी, नीरज, अनिल सैनी, सुरेंद्र गर्ग सहित अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे । यहां आगमन पर सांसद नायब सिंह सैनी ने सबसे पहले व्यास गद्दी का पूजन किया और विराजमान देवी देवताओं को नतमस्तक होकर प्रणाम करते आशीर्वाद भी प्राप्त किया। इसी मौके पर सांसद नायब सिंह सैनी का श्रीमद् भागवत कथा आयोजकों के द्वारा अभिनंदन किया गया । वही सांसद सैनी ने भागवत व्यास कथावाचक पंडित देवेश कृष्ण सचिदानंद और सुशील गिरी का भी फूल माला पहनाकर अभिनंदन किया। Post navigation इस्लाम के निशाने सनातन धर्म ही नहीं, समस्त गैर इस्लामिक : शंकराचार्य नरेन्द्रानन्द चाइल्ड ट्रैफिकिंग के विरुद्ध मुहिम की शुरुआत