–    नगर निगम गुरूग्राम के 5 करोड़ रूपए व इससे अधिक की विकास परियोजनाओं की बैठक में की गई समीक्षा.
–    विकास कार्यों में तेजी लाने तथा निर्धारित समयसीमा में कार्य पूर्ण करवाने के बैठक में दिए गए निर्देश

गुरूग्राम, 22 फरवरी। गुरूग्राम की मेयर मधु आजाद की अध्यक्षता में सोमवार को निगम कार्यालय में एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में नगर निगम गुरूग्राम के 5 करोड़ व इससे अधिक की विकास परियोजनाओं की समीक्षा की गई।   

बैठक में 5 करोड़ व इससे अधिक की राशि की 19 परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा की गई। इनमें सैक्टर-10 में गुरूग्राम महानगर सिटी बस डिपो, खांडसा में बनाए जा रहे 45 एमएलडी क्षमता का मेन पंपिंग स्टेशन,  सरस्वती इनकलेव, खेडक़ी दौला, शनि मंदिर से मोहम्मदपुर झाड़सा एवं सैक्टर-43 में विभिन्न सडक़ा का निर्माण, पालम विहार में सडक़ एवं स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज, गांव नूरपुर झाड़सा में पेयजल आपूर्ति, स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज, सडक़ निर्माण, सामुदायिक केन्द्र एवं वाटर हारवैस्टिंग, गांव बादशाहपुर में रोड़, पेयजल आपूर्ति, स्ट्रॉम वाटर डे्रनेज, सुशांत लोक-1 में मौजूदा इन्फ्रास्ट्रक्चर के सुदृढ़ीकरण, वजीराबाद में स्टेडियम कॉम्पलैक्स, पल्टीपर्पज हॉल एवं इंडोर स्वीमिंग पुल, सैक्टर-53 में आर्ट एंड कच्लरल बिल्डिंग, बाल भवन में ऑडिटोरियम, सैक्टर-14 में सामुदायिक केन्द्र का पुर्ननिर्माण, कमान सराए, सदर बाजार एवं नियर पोस्ट ऑफिस में मल्टीलेवल कार पार्किंग, सैक्टर-12ए में सामुदायिक केन्द्र निर्माण, व्यापार सदन में नगर निगम गुरूग्राम कार्यालय भवन, स्ट्रीट लाईट प्रोजैक्ट तथा अमरूत योजना के तहत 6 स्थानों पर सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट आदि परियोजनाएं शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि इनमें सैक्टर-10 बस डिपो का कार्य पूर्ण हो चुका है तथा अन्य में कार्य प्रगति पर है।   

बैठक में मेयर मधु आजाद ने कहा कि विकास कार्यों में तेजी लाएं तथा निर्धारित समयावधि में कार्यों को पूर्ण करवाना सुनिश्चित करें। ये सभी बड़ी परियोजनाएं नगर निगम गुरूग्राम की उपलब्धियां हैं, जो आमजन को पता हों। मेयर ने कहा कि जो परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं, उनकी रिपोर्ट भी भेजें। मेयर ने अधिकारियों से कहा कि विकास कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए तथा यह सुनिश्चित करें कि ये कार्य समय पर पूर्ण हों। मेयर ने नगर निगम गुरूग्राम की सीमा में शामिल हुए नए क्षेत्रों में साईनेज बोर्ड लगावाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। मेयर ने कहा कि विकास कार्यों में लापरवाही एवं कोताही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि जब भी बैठक में आएं पूरी जानकारी के साथ रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

निगमायुक्त विनय प्रताप सिंह ने बैठक में वीडियो कांफ्रैंसिंग के माध्यम से हिस्सा लिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि कार्य अलॉट करने से पूर्व निर्धारित साईट पर किसी प्रकार का अतिक्रमण ना हो। अगर ऐसा है, तो उसे हटवाएं। वजीराबाद खेल स्टेडियम के बारे में निगमायुक्त ने कहा कि इस साईट से 2 सप्ताह के भीतर अतिक्रमण हटवाएं। साथ ही इसकी चारदीवारी डि-मार्केशन के हिसाब से होनी चाहिए। निगमायुक्त ने अधिकािरयेां से यह भी कहा कि अगर किसी साईट पर गैस पाईपलाईन या बिजली की लाईनें हों, तो उन्हें भी पहले से ही स्थानांतरित करवाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने बड़ी परियोजनाओं में सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध करने के निर्देश भी दिए। साथ ही साईट पर संबंधित कार्य संबंधी बोर्ड लगवाने के निर्देश भी दिए।
    बैठक में चीफ इंजीनियर टीएल शर्मा, एसई राधेश्याम शर्मा एवं सत्यवान सहित सभी डिवीजन के कार्यकारी अभियंता उपस्थित थे।

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