शहीद की वीरांगना ने कहा है कि अगर डहीना चौकी प्रभारी जिन्होंने मारपीट की उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह शहीद संदीप सिंह को मिले सेना मेडल को वापस लौटा देंगी। भारत सारथी / कौशिक नारनौल/ रेवाड़ी । डहीना के बस स्टाप पर शहीद स्मारक के सामने बस क्यू शेल्टर बनाने के विरोध में धरना दे रहे शहीद संदीप सिंह के स्वजन से पुलिस द्वारा मारपीट करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। शहीद संदीप सिंह के स्वजन ने मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर पुलिस अधीक्षक अभिषेक जोरवाल से मुलाकात की। शहीद की वीरांगना ने कहा है कि अगर डहीना चौकी प्रभारी जिन्होंने मारपीट की उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह शहीद संदीप सिंह को मिले सेना मेडल को वापस लौटा देंगी। वीडियो वायरल होने के बाद मचा हड़कंप शहीद के स्वजन ने कहा है कि 16 फरवरी को वह शांतिपूर्वक धरना देकर शहीद संदीप सिंह के स्मारक के सामने बस क्यू शेल्टर बनाने का विरोध कर रहे थे। खोल थाना व डहीना चौकी पुलिस ने शहीद के पिता बिरेंद्र सिंह तथा अन्य स्वजन नरेंद्र, गजेंद्र, रविद्र, कुलदीप, संजीत व नीशू पर झूठा मुकदमा दर्ज किया तथा दुर्व्यवहार किया। इससे पहले वह 15 फरवरी को एसडीएम को क्यू शेल्टर न बनाने के लिए ज्ञापन भी दे चुके थे। शहीद के स्वजन से मारपीट करने की वीडियो तेजी से वाट्सएप पर वायरल हुई तो इसके पश्चात पूर्व सैनिकों ने भी इस घटना की निदा की थी। शहीद के स्वजन का कहना है कि वीर स्थल के पास बस क्यू शेल्टर बनाकर कुछ लोग अपने हितों की पूर्ति करना चाहते हैं। इस अवसर पर शहीद संदीप सिंह की वीरांगना मंजू देवी, पिता बिरेंद्र सिंह, गजेंद्र सिंह, नरेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे। वहीं डहीना चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह का कहना है कि इस मामले में ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त थे। उनके आदेशों पर ही धरना दे रहे लोगों को हटाया गया। मारपीट जैसी कोई घटना नहीं हुई। Post navigation जिला बचाओ संघर्ष समिति की बैठक में आगामी रणनीति को लेकर विचार विमर्श किया राजनीति में शातिर, श्रूड और धूर्त लोगों की जरूरत है