कपिल महता बरवाला : किसान आंदोलन के समर्थन में सरहेड़ा मार्ग पर स्थित श्री गुरु रविदास धर्मशाला के प्रांगण में अनुसूचित जाति, जनजाति व पिछड़ा वर्ग की महापंचायत हुई। सभा प्रधान सत्यवान बालक ने बताया कि इस महापंचायत में मुख्य अतिथि के रुप में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने शिरकत की और अध्यक्षता पूर्व सरपंच विष्णु दत्त और प्रधान सत्यवान बालक ने की। मुख्य अतिथि प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने अपने संबोधन में कहा कि यह लड़ाई आपके बच्चों के भविष्य की है। यह लड़ाई पूंजीवादी और जनता के बीच की है। अगर पूंजीपतियों के खिलाफ जनता खड़ी हो जाए तो सब कुछ हो सकता है। उन्होंने कहा कि जनता में भगवान बसता हैं। जनता सर्वोपरि होती है। जनता भगवान का दूसरा रूप होती है। उन्होंने कहा कि यह धर्म युद्ध है। यह युद्ध सभी धर्मों का है और सभी का है। उन्होंने कहा कि देश की आर्थिक आजादी का यह युद्ध है। इस धर्म युद्ध में जो साथ ना दे उसको वोट ना दें चाहे गधे को वोट दे देना। सरकार ने 26 जनवरी वाले दिन दिल्ली में झंडा फहरवा दिया और दंगे करवा दिए तथा धार्मिक झंडे को खालिस्तान का झंडा बना दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में महंगाई चरम सीमा पर है। इस सरकार में 50 रुपए किलो वाली दाल 200 रुपए में और 5 रुपए किलो वाला आलू 40 रुपए में तथा 8 रुपए किलो वाला प्याज 80 रुपए किलो में बिका। इस दौरान उपस्थित जनों द्वारा सरकार विरोधी जमकर नारेबाजी की गई । इसके अलावा मुस्लिम समुदाय के स्थानीय लोगों ने भी मौके पर पहुंच कर इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया। इस अवसर पर डॉक्टर मिया सिंह बिठमडा, डॉक्टर सोहनलाल खेदड़, वीरेंद्र भानखोड, प्रधान काला कनोह, जिला अध्यक्ष राजेश सरसोद, राजू भगत सरसोद, प्रधान रामनिवास बिसला, श्रद्धानंद राजली, रोहतास राजली, समीर इंदौरा रीना नैन, सुशीला व सतीश बिठमडा आदि मौजूद रहे। Post navigation पंजाब निकाय चुनाव और किसान आंदोलन आंदोलन की सीख कि किसान से पंगा ,,,न बाबा न : योगेंद्र यादव