नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का रेल रोको प्रदर्शन शांतिपूर्ण संपन्न
केंद्र सरकार ने नहीं किए कृषि कानून रद्द, तो टोल प्लाजाओं की तरह रेल के पहिए करेंगे परमांनैंट जाम : अनिल नांदल उर्फ बल्लू प्रधान
रोहतक। कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 85वां दिन है। किसान आंदोलन को और मजबूत करने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर तय समय के अनुसार आज देश भर में रेल रोको आंदोलन का आगाज किया गया।
इसी कड़ी में आज भारतीय किसान यूनियन अंबावता के प्रदेश अध्यक्ष अनिल नांदल उर्फ बल्लू प्रधान के नेतृत्व में रोहतक के गांव इस्माईला के पास रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया गया। दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक पर बैठ हैं। इस मौके पर भाकियू (अ) नेता अनिल नांदल ने कहा कि उनका शांतिपूर्ण प्रदर्शन करके रेल रोकने का मकसद सरकार के कानों तक व साथ ही जनता तक अपनी बात पहुंचाना है। किसी को परेशान करना उनका मकसद नहीं है। इसलिए ट्रेन में सफर कर रहे बच्चों के लिए दूध-पानी व खाने का इंतजाम भी किया गया था।
बल्लू प्रधान ने कहा कि अगर इस पर भी सरकार नहीं मानी तो टोल प्लाजाओं की तरह रेल के भी पहिए परमानेंट थामने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह तो सरकार को मात्र एक छोटा सा ट्रेलर दिखाया गया है अगर सरकार अब भी नहीं मानी तो आंदोलन को और तेजधार दी जाएगी। अनिल नांदल ने एक बार फिर कहा है कि उनका संगठन किसानों के हितों के लिए लड़ रहा है और नए कृषि कानूनों की वापसी तक वे अपने घरों को नहीं लौटेंगे।
उन्होंने कहा कि यह भाजपा सरकार आम लोगों की नहीं बल्कि कॉरपोरेट्स की सरकार है। इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन अंबावता महिला विंग की हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष प्रेमलता, साहब कौर, दर्शना, सीमा, रेखा, देवेंद्र, कृष्ण, संदीप व जसवीर सहित अनेकों किसान, मजदूर व महिलाएं मौजूद रही।