पुलिस ने दोनों आरोपियों को किया पटौदी कोर्ट में पेश.
दोनों आरोपी भेजे गए दो दिन के लिये पुलिस रिमांड पर.
बिलासपुर से कहीं दूसरे स्थान पर भागने की तैयारी में थे

फतह सिंह उजाला

पटौदी ।  पटौदी विधानसभा क्षेत्र के हेलीमंडी अनाजमंडी में स्थित बालकिशन ज्वेलर्स के यहां से जेवरात और नकदी चोरी करने के आरोपियों को पुलिस ने 24 घंटे में ही धर दबोचा है । दोनों आरोपियों की पहचान महेश पुत्र महावीर निवासी जाटोली और श्रीराज बंगाली कोलकाता के रूप में की गई है । स्थानीय पुलिस के द्वारा दोनों आरोपियों को पटौदी कोर्ट में पेश किया गया । जहां से पुलिस के अनुरोध पर कोर्ट ने दोनों आरोपियों को दो दिन के लिये पुलिस रिमांड पर भेज दिया है । इस बात की पुष्टि मामले के जांच अधिकारी एएसआई अजीत सिंह के द्वारा की गई है गौरतलब है.

पुलिस में नवीन कुमार पुत्र बालकिशन गुप्ता के द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में बताया गया  कि तीन दशक से हेली मंडी बाजार में उनकी ज्वेलर्स की दुकान है । वर्ष 2011 में दुकान पर साफ सफाई करने के लिए महेश पुत्र महावीर निवासी जाटोली को रखा था । वही श्री राज बंगाली वर्ष 2015 से दुकान में ही जेवरात बनाने का काम का रहा था। बीते वर्ष लंबे समय तक चले लोक डाउन में दुकान में साफ सफाई करने वाला महेश काम छोड़ गया था। बीते वर्ष नवंबर में ही वह फिर से दुकान पर काम करने के लिए आ गया और 3 दिसंबर तक दुकान पर काम करता रहा । 3 दिसंबर के बाद अचानक दुकान पर आना बंद कर दिया । महेश के अचानक नहीं आने पर जब उसकी मां बेबी व पिता महावीर से और उसके भाई विक्रम से पूछा तो कोई  संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। इसके बाद में ज्वेलर्स दुकान में लगे अपने  सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तो सीसीटीवी फुटेज में  अलग-अलग तारीख पर देखने पर पता चला कि महेश दुकान में जेवरात बनाने वाले कारीगर श्री राज बंगाली से मिलकर जेवरात और नकदी की चोरी करता रहा है ।

गायब किये 900 ग्राम जेवरात डेढ़ लाख नगद
नवीन कुमार पुत्र बालकिशन गुप्ता के मुताबिक दुकान अथवा शोरूम में  सामान और जेवरात तथा जेवरात के स्टॉक और विभिन्न बॉक्स को चेक किया गया तो इसमें से काफी सामान गायब पाया गया। चोरी गए सामान में सोने-चांदी के कड़े, मंगलसूत्र, चैन , अंगूठी, टॉप्स, विभिन्न दराजों से गायब पाए गए हैं । सोने चांदी सहित अन्य हीरे मानिक इत्यादि का कुल वजन लगभग 900 ग्राम के करीब है । इतना ही नहीं दुकान में से ही करीब 150000 रूपए चोरी होने भी पाए गए हैं । नवीन कुमार के द्वारा सीधा सीधा कहा गया है कि यह सब चोरी अलग-अलग समय पर और मौका देख कर दुकान से की गई है । वही जेवरात बनाने वाले कारीगर श्री राज बंगाली से भी पूछताछ की गई तो उसकी भी इस पूरी चोरी के मामले में मिलीभगत का खुलासा हुआ है ।

ऐसे धोखा देने का बनाया प्लान
नवीन कुमार के मुताबिक महेश के दुकान पर नहीं आने पर उसके परिजनों के द्वारा कोई संतोषजनक जवाब ही नहीं दिया गया । जब वह बीते वर्ष 3 दिसंबर से दुकान पर नहीं आ रहा था , तो उसके बाद दिसंबर 2020 में ही महेश के परिजनों के द्वारा उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट स्थानीय पुलिस चैकी में दर्ज करवाई गई । जो कि एक कथित साजिश और योजना के तहत दर्ज करवाई गई । जिससे कि महेश पर किसी प्रकार की चोरी का कोई भी शक नहीं किया जा सके । लेकिन दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों की बदौलत महेश और कारीगर श्री राज बंगाली की कारगुजारी कैद होती रही । बताया गया है कि दोनों आरोपियों के द्वारा इस्तेमाल किये जा रहे फोन की लोकेशन की बदौलत ही इन्हे बिलासपुर के पास भागने से पहले ही दबोच लिया गया।

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