कहा- व्यक्तिगत स्वार्थ नहीं बल्कि देशभर के किसानों के लिए दी है बलदेव सिंह और अजय ढुल ने शहादत
शहीद किसानों के परिवारों को कभी अकेला नहीं छोड़ेंगे, हम सब उनके साथ खड़े हैं- सांसद दीपेंद्र
राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने किया आह्वान
तिरंगे के नीचे एकजुट होकर अपने हकों के लिए संघर्ष करें किसान- सांसद दीपेंद्र

17 फरवरी, कैथल: राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा आज आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसान बलदेव सिंह के परिजनों से मिलने उनके गांव भाना और शहीद किसान अजय ढुल के परिजनों से मिलने उनके गांव पाई पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि दी और परिजनों को ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि इन किसानों ने किसी व्यक्तिगत स्वार्थ में नहीं बल्कि पूरे देश के किसानों के लिए शहादत दी है। इसलिए यह हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि शहीदों के परिवारों को कभी अकेला ना छोड़ें। हम सब पूरी मजबूती से इन परिवारों के साथ खड़े हैं। सरकार को भी ऐसे परिवारों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। यह मांग उन्होंने संसद में भी उठाई थी और वो ये मांग लगातार प्रदेश की गठबंधन सरकार के सामने भी उठा रहे हैं। सरकार की तरफ से शहीद किसानों के परिवारों को उचित आर्थिक मदद और सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए।

राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि किसान आंदोलन लगातार विस्तार लेता जा रहा है। हर वर्ग किसानों के इस संघर्ष में उनके साथ खड़ा है। लोग जाति, धर्म, क्षेत्र और राजनीति से ऊपर उठकर इस आंदोलन से जुड़ रहे हैं। सांसद दीपेंद्र ने आह्वान किया कि सभी को तिरंगे के नीचे एकजुट होकर इस संघर्ष को आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आंदोलन के प्रति समर्थन जताने और एकजुटता दिखाने के लिए सभी को अपने वाहनों पर तिरंगा झंडा लगाना चाहिए। किसान और सभी वर्गों की एकजुटता इस आंदोलन की कामयाबी का रास्ता प्रशस्त करेगी।

दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने पत्रकारों से बात करते हुए सरकार की नीतियों पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार आम जनता को एक के बाद एक महंगाई के सूए लगा रही है, वो भी मोटी सुई के। सरकार कभी पेट्रोल, डीजल और गैस सिलेंडर के दाम बढ़ाकर जनता को महंगाई का सुआ लगाती है तो कभी बेरोजगारी का। जनता को कभी भर्तियों को रद्द करके और नौकरियों से हटाकर छटनी का सुआ लगाया जाता है तो कभी शराब, रजिस्ट्री, धान और पेपर लीक जैसे घोटाले करके भ्रष्टाचार का सुआ लगाया जाता है। जनता पहले सूए के दर्द से उभर भी नहीं पाती, उससे पहले सरकार उसे नया सुआ लगा देती है।

दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज पेट्रोल-डीजल के रेट सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए शतक लगाने पर आ गए हैं। अर्थव्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है। विकास दर गड्ढे में और बेरोजगारी दर आसमान पर पहुंच चुकी है। लोगों की आमदनी घट रही है, रोजगार छूट रहे हैं और काम धंधे मंदे पड़े हैं। बावजूद इसके सरकार लोगों को राहत देने की बजाय लगातार उन्हें तकलीफ पहुंचाने वाले फैसले ले रही है। यही वजह है कि आज सिर्फ किसान आंदोलनरत नहीं है बल्कि उसके साथ मजदूर, कर्मचारी, बेरोजगार नौजवान, दुकानदार और छोटा व्यापारी भी सरकार के खिलाफ सड़कों पर है। अपनी गलत नीतियों को वापस लेने या उनपर मंथन करने की बजाए सरकार जिद के रास्ते पर आगे बढ़ रही है। सांसद दीपेंद्र ने कहा कि लोकतंत्र संवाद और आपसी सहमति से आगे बढ़ता है, सरकारी जिद से नहीं।

इस मौके पर दीपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री जय प्रकाश, प्रोफेसर वीरेंद्र सिंह, दिल्लूराम बाजीगर, सुल्तान सिंह जडौला, कंवरपाल करोड़ा, धर्मेंद्र ढुल, प्रदीप पुंडरी, सुनीता बतान और अनिल सोरेवाला भी मौजूद थे।

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