— एचएमटी मुख्यालय ने जमीन के 248 करोड़ में से 230 करोड़ लिए, कर्मचारी व यूनिट हित में कुछ नही खर्चा
— विजय बंसल ने कहा,एचएमटी पिंजोर यूनिट को रिवाइव करने के लिए काम करे केंद्र सरकार
— पीएम नरेंद्र मोदी को भेजा ज्ञापन, कहा फेक्ट्री को रिवाइव करने के लिए बनाए योजना

पंचकूला-चन्दरकान्त शर्मा

शिवालिक विकास मंच के अध्यक्ष व पूर्व चेयरमैन विजय बंसल एडवोकेट ने कहा कि 27 अक्टूबर 2016 को एचएमटी ट्रेक्टर प्लांट को भाजपा की केन्द्र सरकार द्वारा बिना किसी भविष्य योजना के बन्द कर हजारो कर्मचारियों को बेरोजगार कर दिया गया, सेकड़ो इंसेलरीज व लघु उद्योगों पर ताले लग गए, हजारो लोगो की रोजी रोटी पर आंच आगई परन्तु अब 5 साल बीतने के बाद भी न तो फेक्ट्री यूनिट को चलाया गया व न ही कोई ओर प्लांट लगा जिससे हजारो करोड़ की मशीनरी को जंग लग रहा है व मशीनरी खराब हो रही है। नतीजा यह है कि अब लोग रोजगार की आस में एचएमटी पिंजोर यूनिट से उम्मीद छोड़ चुके है। विजय बंसल ने बताया कि एचएमटी मुख्यालय बेंगलोर ने अब तक हरियाणा सरकार के एचएसआइआइडीसी से जमीन के बदले कुल 248 करोड़ में से 230 करोड़ रुपए प्राप्त कर लिए है जबकि इन 230 करोड़ में से धरातल पर एचएमटी पिंजोर फेक्ट्री यूनिट के विकास व कर्मचारियों का बकाया देने समेत उनके हित मे एक रुपया भी नही लगाया।

हालांकि इन पैसो से फेक्ट्री को रिवाइव करने समेत कर्मचारियों के हित मे लगाया जा सकता था। विजय बंसल ने सारे मामले की जानकारी एक पत्र के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय को भेज दिया गया है, उन्हें उम्मीद है कि जल्द फेक्ट्री को रिवाइव करने के लिए कोई योजना बनेगी और किसी प्लांट के माध्यम से इस फेक्ट्री को रिवाइव किया जाएगा।

विजय बंसल ने कहा कि एचएमटी प्रशासन को इस्टेट ऑफिस से लगभग 3 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष कमाई होती है जबकि कालोनी की हालत खस्ता है और सभी सुविधाओं का अभाव है जबकि एचएमटी पिंजोर यूनिट फेक्ट्री में भी ट्रेक्टर प्लांट के लिए निर्मित 15 करोड़ के स्पेयर पार्ट्स खराब हो रहे है। हर जगह अनदेखी कर वित्तीय नुकसान किया जा रहा है जिससे फेक्ट्री को ही नुकसान हो रहा है। इस्टेट ऑफिस की प्रतिवर्ष कमाई भी मुख्यालय में जा रही है और धरातल पर कुछ खर्च नही किया जा रहा।

शिवालिक विकास मंच के अध्यक्ष विजय बंसल ने कहा कि प्लांट व मशीनरी के बेहतर उपयोग,युवाओ के लिए बेहतर रोजगार के साधन व औद्योगिक पिछड़ा क्षेत्र की समृद्धि कायम रखने के लिए नीति व योजना अति आवश्यक है।

— एचएमटी में हजारो करोड़ की लागत के साथ 550 मशीनें…

विजय बंसल ने बताया कि यूनिट में लगभग 550 मशीनें विभिन्न 55 प्रकार की है जिनकी लागत हजारो करोड़ में है परन्तु 2016 से यूनिट बन्द रहने के कारण मशीनें धूल व जंग की सारथी बनी हुई है। यूनिट में सभी मशीने है जो किसी बेहतरीन इंडस्ट्रियल यूनिट के लिए चाहिए हो, जिसमे सीएनसी मशीन सेंटर,कन्वेंशनल मशीनें, स्पेशल पर्पज मशीनें, फाउंड्री,मॉडर्न पेंट प्लांट, मेटियरल टेस्टिंग लैब्स, हिट ट्रीटमेंट प्रमुखतः उपलब्ध है जिससे अत्यधिक सटीक उपकरणों का उत्पादन करना आसान है।

— भारतीय सेना के डिफेंस उपकरणों के उत्पादन में सहयोग दे सकता है बन्द पड़ा एचएमटी प्लांट…..

भारतीय सेना की वेस्टर्न कमांड एचएमटी पिंजोर के बिल्कुल नजदीक है, ऐसे में बन्द पड़ा ट्रेक्टर प्लांट अब भारतीय सेना के डिफेंस उपकरण बनाने के काम आ सकता है। एचएमटी में सभी तरह की मशीने उपलब्ध है।

— एसीसी सूरजपुर का भी हाल हुआ था बेहाल, अब एचएमटी को बर्बाद न करे भाजपा सरकार….

विजय बंसल ने बताया कि इतिहास के पन्नो पर नजर घुमाए तो 20 साल पूर्व नजदीक की ही सूरजपुर में स्थित एसीसी फेक्ट्री को भी इसी प्रकार बन्द किया गया था जिसका उपयोग औद्योगिक पर्पज के लिए होना था परन्तु अभी तक मामला विवादित है और मशीनरी व जमीन बेकार हो रही है।

— कैसे हुआ है एचएमटी की 846 एकड़ जमीन का बंटवारा…

विजय बंसल ने एचएमटी के पास कुल 1962 से कुल 846 एकड़ जमीन थी जिसमे से अब 400 एकड़ जमीन एचएमटी ट्रेक्टर व मशीन प्लांट के पास है जिसमे कालोनी,स्कूल, मार्किट आदि विकसित है व 446 एकड़ जमीन का कब्जा हरियाणा सरकार के एचएसआईआईडीसी विभाग के पास है जिसमे से 80 एकड़ फ्लॉप एपल मंडी के लिए मंडी बोर्ड के पास है, 33 एकड़ जमीन रेलवे ,18 एकड़ एनएचआई व कौशल्या डैम द्वारा जमीन अधिकृत है।

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