गुरूग्राम, 10 फरवरी। ग्रामीण विकास एवं स्वः रोजगार प्रशिक्षण संस्थान (रूडसेट) की जिला स्तरीय रूडसेटी परामर्श समिति की 123वीं बैठक आज उपायुक्त डा. यश गर्ग की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक में उपायुक्त ने रूडसैट संस्थान को बेरोजगार युवाओं को ऐसे व्यवसायों की ट्रेनिंग देने के निर्देश दिए हैं जिनकी मार्किट में मांग ज्यादा है ताकि युवा स्वरोजगार शुरू करके स्वावलंबी बन सकें। 

उपायुक्त ने कहा कि गुरूग्राम जैसे महानगर में युवाओं के स्वरोजगार की बहुत संभावनाएं हैं। युवाओं को इस प्रकार के व्यवसायों की ट्रेनिंग दी जानी चाहिए जिनकी मार्किट में डिमांड ज्यादा है। उदाहरण के तौर पर प्लंबर , एसी रिपेयर, इलैक्ट्रीशियन, टू व्हीलर रिपेयर , आॅटोमोबील रिपेयर, फैब्रिकेशन, ब्यूटी पार्लर, कटिंग टैलरिंग व कढ़ाई आदि की ट्रेनिंग दी जा सकती है। रूडसैट संस्थान इसमें अहम भूमिका निभाए । ट्रेनिंग देने के बाद युवाओं को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के तहत बैंको से ऋण सुविधा उपलब्ध करवाकर उनका व्यवसाय शुरू करवाने में भी रूडसैट संस्थान मदद करें। नव उद्यमियों को शुरू में हैंडहोल्डिंग की आवश्यकता होती है। इसके साथ उपायुक्त ने यह भी कहा कि जिला के स्वयं सहायता समूहों को काॅरपोरेट संस्थानों के साथ जोड़ा जाए। काॅरपोरेट संस्थान अपनी जरूरत की वस्तुएं सीधे स्वयंसहायता समूहों से खरीदेंगे तो समूहों के सदस्यों के आय उपार्जन में सहायता हो पाएगी। 

रूडसेट संस्थान के निदेशक संजय धींगड़ा ने बैठक में प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि दिसंबर माह तक संपन्न हुई तिमाही में संस्थान द्वारा 5 तथा जनवरी माह में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। उन्होंने बताया कि इस तिमाही में संस्थान 8 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करवाएगा। श्री ढींगड़ा ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को उनके गांवो में जाकर ही प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि महिलाओं को संस्थान तक चलकर ना आना पड़े। 

बैठक में उपायुक्त नेरूडसैट संस्थान के प्रशिक्षार्णियों को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से भी जोड़ने के निर्देश दिए़। इससे रूडसैट संस्थान की क्रेडिट लिंकेज भी बढ़ेगी और प्रशिक्षार्णियों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। बैठक में बताया गया कि कोविड संक्रमण के बावजूद पिछले एक साल में 229 बेरोजगारों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है जिनमें से 71 प्रशिक्षणार्थियों को विभिन्न बैंको से 11 लाख 51 हजार रूप्ये की राशि स्वरोजगार शुरू करने के लिए रियायती दरों पर ऋण के रूप में दिलाई गई। 

उन्होंने रूडसेट के प्रशिक्षणार्थियों की सफलता की कहानी भी बैठक में सांझी की। उपायुक्त ने श्री धीगड़ा से कहा कि वे रूडसैट की अगली बैठक में सफल प्रशिक्षार्णियों को भी आमंत्रित करें ताकि वे अपने अनुभव सांझा कर अन्य लोगों को भी अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित करें। श्री धींगड़ा ने बताया कि रूडसेट संस्थान में प्रशिक्षणार्थियों को स्वः रोजगार के लिए निशुल्क प्रशिक्षण देने के साथ-साथ प्रशिक्षण के दौरान संस्थान में रहने व खाने की सुविधा भी मुहैया करवाई जाती है। वर्तमान में यह संस्थान गुरूग्राम के सुभाष नगर मंे चल रहा है लेकिन इसका नया भवन गांव नवादा फतेहपुर में लगभग एक एकड़ भूमि पर बन चुका है जिस पर लगभग 2.70 करोड़ रूपए की राशि खर्च हो चुकी है। संस्थान जल्द ही अपने नए भवन में शिफट होगा।

आज की बैठक में केनरा बैंक के सहायक महाप्रबंधक संदीप चैधरी , अग्रणी जिला प्रबंधक प्रहलाद राय गोदारा, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग से संयुक्त निदेशक आर एस सांगवान, हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की कार्यक्रम अधिकारी दीप्ति ढींढसा, केनरा बैंक की मुख्य प्रबंधक श्रीमति रूबी वोहरा सहित परामर्श समिति के अन्य सदस्यगण उपस्थित थे।

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