चण्डीगढ़, फरवरी 6, 2021-

SKM ने 6 फरवरी के लिए चक्का जाम का कॉल दिया है। इस संबंध में कुछ महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। हम इस कार्यक्रम में जनता से सहयोग करने की अपील करते हैं।
  1. देश भर में राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक जाम किया जाएगा।
  2. इमरजेंसी और आवश्यक सेवाओं जैसे एम्बुलेंस, स्कूल बस आदि को नहीं रोका जाएगा।
  3. चक्का जाम पूरी तरह से शांतिपूर्ण और अहिंसक रहेगा। प्रदर्शनकारियों को निर्देश दिए जाते है कि वे इस कार्यक्रम के दौरान किसी भी अधिकारी, कर्मचारियों या आम नागरिकों के साथ किसी भी टकराव में शामिल न हो।
  4. दिल्ली NCR में कोई चक्का जाम प्रोग्राम नहीं होगा क्योंकि सभी विरोध स्थल पहले से ही चक्का जाम मोड में हैं। दिल्ली में प्रवेश करने के लिए सभी सड़कें खुली रहेंगी, सिवाय उनके, जहां पहले से ही किसानों के पक्के मोर्चे लगे हुए है।
  5. 3 बजे 1 मिनट तक हॉर्न बजाकर, किसानों की एकता का संकेत देते हुए, चक्का जाम कार्यक्रम संपन्न होगा। हम जनता से भी अपील करते हैं कि वे अन्न दाता के साथ अपना समर्थन और एकजुटता व्यक्त करने के लिए इस कार्यक्रम में शामिल हों।

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि दिल्‍ली, उत्‍तर प्रदेश और उत्‍तराखंड में चक्‍का जाम नहीं होगा। लेकिन यूपी और उत्तराखंड के एक लाख किसानों को स्टैंड बाई पर रखा गया है। चक्का जाम पर राकेश टिकैत ने कहा, “यूपी और उत्तराखंड के किसान सड़क पर जाम नहीं लगाएंगे। आंदोलन को बैकअप देने के लिए यूपी और उत्तराखंड के एक लाख किसानों को बैकअप में रखा गया है। वह अभी आराम करें और खेती बाड़ी करें।”

राकेश टिकैत ने कहा कि, “चक्का जाम की कॉल वापस नहीं ली गई, बल्कि कार्यक्रम में मामूली सा फेरबदल किया गया है। यूपी और उत्तराखंड के किसान अपने तहसील और जिला मुख्यालय पर जाकर अधिकारियों को ज्ञापन देंगे। ज्ञापन में तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लेने और एमएसपी पर कानून की मांग की जाएगी। किसानों से यह कार्यक्रम शांतिपूर्वक करने की अपील की गई है।”

संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा है कि दिल्ली के अंदर चक्का जाम नहीं होगा, क्योंकि यहां प्रदर्शन के सभी स्थल पहले से ही चक्का जाम मोड में हैं। दिल्ली में जाम नहीं लगेगा, यहां एंट्री के सभी मार्ग खुले रहेंगे। केवल वही मार्ग बंद रहेंगे, जहां किसानों का प्रदर्शन चल रहा है। किसान संगठनों का कहना है कि ‘चक्का जाम’ पूरी तरह शांतिपूर्ण और अहिंसक होगा। प्रदर्शनकारियों से कहा गया है कि वह सरकारी अधिकारियों या किसी भी नागरिक से किसी भी तरह से न उलझें।

26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने बॉर्डर पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए हैं, ताकि शरारती तत्व राष्ट्रीय राजधानी में न घुस पाएं। किसानों के प्रस्तावित ‘चक्का जाम’ से पहले ही दिल्ली के सभी बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है। सुरक्षा चाक चौबंद करने के क्रम में अतिरिक्त सेना की तैनाती की गई है। साथ ही बहुस्तरीय अवरोधक, कंटीले तार और सड़कों पर नुकीली कीलें लगाई गई हैं।

कानून व्यवस्था में खलल डालने वाली किसी भी स्थिति को रोकने के उद्देश्य से दिल्ली पुलिस के समूचे बाहरी-उत्तरी दिल्ली जिले में पर्याप्त बल तैनात किया गया है। दिल्ली को छह सेक्टरों में विभाजित किया गया है। मजिस्ट्रेट और उनके समकक्ष पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है, ताकि किसी अप्रिय घटना को टाला जा सके।

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