मोर्चा के डॉ. दर्शन पाल की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, चक्‍काजाम के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. इस कार्यक्रम में जनता से सहयोग की अपील भी संयुक्‍त किसान मोर्चा की ओर से की गई है.

दिल्ली: कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्‍त किसान मोर्चा ने शनिवार, 6 फरवरी के लिए चक्का जाम का कॉल दिया है. दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को छोड़कर बाकी समूचे देश में राजमार्गों पर चक्काजाम करेंगे. हम कल दिल्ली में चक्काजाम नहीं कर रहे हैं. हम सभी बार्डरों पर शांतिपूर्ण तरह से बैठे रहेंगे. हम दिल्ली के अलावा पूरे देश में राष्ट्रीय और राज्य हाईवे बंद करेंगे. मोर्चा के डॉ. दर्शन पाल की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, चक्‍काजाम के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. इस कार्यक्रम में जनता से सहयोग की अपील भी संयुक्‍त किसान मोर्चा की ओर से की गई है.

दिशानिर्देशों के अनुसार, देशभर में राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक जाम किया जाएगा लेकिन इस दौरान इमरजेंसी और आवश्यक सेवाओं जैसे एम्बुलेंस, स्कूल बस आदि को नहीं रोका जाएगा. विज्ञप्ति के अनुसार, चक्का जाम पूरी तरह से शांतिपूर्ण और अहिंसक रहेगा.  प्रदर्शनकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस कार्यक्रम के दौरान किसी भी अधिकारी, कर्मचारी या आम नागरिक के साथ किसी भी तरह के टकराव में शामिल न हो. दिल्ली की सीमा के अंदर कोई चक्का जाम प्रोग्राम नहीं होगा क्योंकि सभी विरोध स्थल पहले से ही ‘चक्काजाम मोड’ में हैं.दिल्ली में प्रवेश की सभी सड़कें खुली रहेंगी, सिवाय उनके, जहां पहले से ही किसानों के पक्के मोर्चे लगे हुए हैं. दोपहर 3 बजे एक मिनट तक हॉर्न बजाकर, किसानों की एकता का संकेत देते हुए चक्का जाम कार्यक्रम संपन्न होगा.

संयुक्‍त किसान मोर्चा ने जनता से अपील की है कि वे ‘अन्नदाता’ के साथ अपना समर्थन और एकजुटता व्यक्त करने के लिए इस कार्यक्रम में शामिल हों.

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