मामला जब मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचा तो पुलिस विभाग के अधिकारियों को मामले को सुलझाने के आदेश दिए गए थे. फतेहाबाद. जिले में नशा सप्लाई के बारे में सूचना देने वाले शख्स का फतेहाबाद पुलिस ने ट्विटर और व्हाट्सएप पर ब्लॉक कर दिया. शिकायतकर्ता ने जब पूछा किपुलिस को नशा सप्लाई के बारे में सूचना देना क्या गलत है? इस पर पुलिस का कहना था कि फेक सूचना डाली इसलिए ब्लॉक किया गया. हालांकि सीएम से शिकायत करने के बाद अब उसके अकॉउंट को अनब्लॉक करके पुलिस शिकायतों की जांच कर रही है. बता दें कि जाखल ब्लॉक के गांव चांदपुरा निवासी रामचंद्र को ट्विटर और व्हाट्सएप पर ब्लॉक किए जाने के मामले पर सफाई देते हुए फतेहाबाद पुलिस की ओर से शिकायतकर्ता को ही कटघरे में खड़ा कर दिया गया है. फतेहाबाद पुलिस की ओर से इस पूरे मामले पर सफाई देने के लिए डीएसपी सुभाष चंद्र मीडिया के सामने आए और उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता की ओर से फतेहाबाद पुलिस के ट्विटर हैंडल और एसपी फतेहाबाद के व्हाट्सएप पर जो जानकारी दी जा रही थी वह फेक पाई गई. डीएसपी ने कुछ जानकारियों के फेक होने का दावा करते हुए यह कहने की कोशिश की है कि शिकायतकर्ता ही फेक जानकारी डालता है इसलिए उसको ट्विटर हैंडल और व्हाट्सएप पर ब्लॉक किया गया, लेकिन शिकायतकर्ता को 26 घंटे बाद टि्वटर हैंडल पर अनब्लॉक किए जाने के सवाल पर डीएसपी अपनी ही कही बात से अलग बात करते नजर आए. डीएसपी ने कहा कि शिकायतकर्ता को टि्वटर हैंडल पर अनब्लॉक कर दिया गया है और उसके द्वारा दी गई नशे के खिलाफ शिकायतों की जांच की जा रही है. तो अब सवाल यह खड़ा होता है कि पुलिस की ओर से शिकायतकर्ता को क्या बिना किसी जांच के ही ब्लॉक कर दिया गया?, क्योंकि खुद पुलिस ही यह कह रही है कि शिकायतकर्ता को अनब्लॉक करके उस की शिकायतों की जांच की जा रही है. Post navigation संवाद खत्म और चक्का जाम, हे राम क्या होगा अंजाम ? पत्नी की हत्यारोपी कॉन्स्टेबल पति की मदद करने के चक्कर में फंसे डीएसपी समेत कई पुलिसकर्मी