शनिवार 6 फरवरी को तीन घंटे चक्का जाम, सासें ठहरी रहेगी. कृषि कानूनों के रद्द व अन्य मागें पूरी होने तक आंदोलन जारी फतह सिंह उजाला गुरूग्राम। / पटौदी। दिल्ली-जयपुर हाईवे के शाहजहांपुर खेडा बोर्डर पर कृषि कानूनो को लकर जारी अनिश्चितकालीन पडाव 52वें दिन भी राष्ट्रीय तिरंगा और देशभक्ति धुन के साथ प्रांरभ किया गया । पिछले चार दिनों की भंाति नागौर सहित राजस्थान के 800 किसानों की राकेश टीकैत के आहवान पर अचानक भीड़ बढ़ती नजर आई। मंगलवार को आयोजित सभा में काफिले के साथ पंहुचे राजस्थान सीकर से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया ने सर्वप्रथम किसान आंदोलन में अपने प्राणों की आहूति देने वाले 170 किसानों के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित किये। उन्होंने केंद्र सरकार के द्वारा पेश बजट में किसान व कमेरे वर्ग की अनदेखी, गरीब को अधिक गरिब बनाने व व्यापारी को मजबूत बनाने को लेकर बजट सहित मोदी सरकार की आलोचना की। केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया ने खेडा बोर्डर पर चल रहे आंदोलन में शेखावटी क्षेत्र से संपूर्ण समर्थन देने की घोषाण करते हुए कहा कि शनिवार 6 फरवरी को केंद्रीय संयुक्त मोर्चा के आहवान पर देश के गांव-गांव व शहर से 100-100 किसान सड़को पर निकलते है तो उनकी संख्या 9 करोड होगी । संख्या बल का प्रयोग दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक किया जाएगा । राज्य राष्ट्र व गांव -ढाणियों सहित देश के किसानों व कमेरे वर्गो को चाहिए कि वे अपने अपने क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन कर केंद्रीय सरकार को अहसास दिलाए कि सारा देश एकजुट है । यदि किसानों की मांगो को नजरअंदाज किया गया तो आगामी राजनीति भविष्य वर्तमान सरकार के लिए जन-जन के विरोध की आंधी-तूफान साबित होगा। बीते 52 दिनों से शाहजहांपुर खेडा बोर्डर पर घर-बार छोडकर मोर्चे की अगुवाई कर रहे किसान नेता व्योवृद्ध 82 वर्षिय रामसिंह चुरू, जाट महासभा के प्रदेश अध्यक्ष एवं किसान नेता राजाराम मील, पूर्व विधायक अमराराम, पूर्व विधायक पवन दुगगल, रणजीत राजू श्रीगंगानगर, के किसान नेताओं को सार्वजनिक रूप से पगड़ी बांधकर सम्मानित किया। इसी मौके करते किसान नेताओं ने पत्रकारों के साथ हुए दिल्ली में अभद्र व्यवहार, किसानों की आवाज को कुचलने व उनके साथ किए जा रहे र्दुव्यवहार की निंदा करते हुए कहा कि आज हरियाणा सहित अन्य क्षेत्रों में किसानो की आवाज पंहुचाने वाले सोशल मिडिया इंटरनेट पर अघोषित आपातकाल लगा दिया है । इससे सरकार के मन की खोट स्पष्ट दिखाई देती है । सुभाष महरिया ने कहा कि अब किसान व पीडित वर्ग माऊथ मीडिया का प्रयोग करते अपनी आवाज को बुंलद रखे। अपने साथियों गांव व ढाणियों में जनजागरण अभियान के तहत किसानो पर हो रहे अत्याचार के लिए संगठन को मजबूत करे। जिससे केंद्रीय सरकार उनकी बातों पर गौर करे। मौके पर मौजूद किसान नेताओं सहित बावल-84 के प्रधान सुमेर जेलदार, जसवंत यादव, किशनगढबास, पूर्व विधायक पैमा राम बलबीर छिल्लर, तारा सिंह सिद्धू, मास्टर रघुबीर सिंह, अत्तर सिंह नैहरा प्राणपुरा भेरा भिवानी, मुसद्दी लाल अब्दुल कयम कुरैशी, कालू थोरी, अनीता पुनिया चुरू राम रतन बागडिया, ओमप्रकाश झीगंर सीकर, श्रीमती राजबाला नीशाा सिंधू, रोहता्रश पूर्व प्रधान, मास्टर बदरी लाल चैघरी टांक निवाई, पूर्व सरपंच सुमेर सिंह बनीपुर, रणधीर ढिल्लों, सुभाष नम्बरदार, महेंद्र ककरावत, ईश्वर महलावत, राजीव पहलवान, कृष्ण जेलदार, प्रभु दयाल नैहरा खांप जिला रेवाडी प्रधान, कंवर सिह खेडा डालू सिंह, छगन लाल , डॉ संजय माधव आदि अनेंको किसान नेताओं ने आगामी 6 फरवरी को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक देश में हेाने वाले चक्के जाम का समर्थन करने के लिए जनता से आहवान किया है । Post navigation सीएम विंडो पर मिलने वाली शिकायतों का त्वरित समाधान अहम 28 फरवरी 2019 को मनेठी एम्स के लिए स्वीकृत 1299 करोड़ रूपये की बजट राशी कहां है? विद्रोही