जयसिंहपुर, खेडा साजापुर बोर्डर पर बावल-84 ने मोर्चा संभाला. सैकडो की संख्या में पंहुचे स्थानीय किसान मजबूती से डटे रहे, पट्रोल पंप कर्मियों ने अपने अभद्र व्यवहार की मंच से माफी मांगी फतह सिंह उजाला गत 50 दिनों से दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा जारी अनिश्वितकालीन धरने पर स्वराज इंडिया के संस्थापक और संयुक्त किसान मोर्चा मे रणनीतिकार योगेंद्र यादव ने रविवार को बावल-84 द्वारा दिए गए विशेष सहयोग का स्वागत किया। उन्होंने वर्तमान केंद्र व राज्य सरकार को खूब खरी खोटी सुनाते हुए कहा कि संयुक्त मोर्चा द्वारा देश के विभिन्न क्षेत्रों से निकाली गई गणतंत्र ट्रैक्टर परेड यात्रा से भाजपा सरकार की नींद उड़ चुकी है । वह इन किसान मोर्चो को नए नए हथकंडे अपनाकर उनमें असामाजिक तत्वों को भेज कर भाईचारा खराब करना चाहती है । उन्होंने खेडा बोर्डर पर पट्रोल पंप कर्मियों के द्वारा 26 राज्यो ंसे अधिक पिछले 50 दिनों से शांतिपूर्ण ढँग से अपना आंदोलन च ला रहे किसानो पर अभद्र भाषा का प्रयोग व उन्हे उखाड फेंकने की दी गई धमकी का करारा जवाब देते हुए कहा कि रेवाड़ी के बीजेपी से संबंधित राजनैतिक लोग औछी हरकत करने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपना रहे है । इन औछी हरकतों से शाहजापुर बोर्डर पर बावल-84 द्वारा मिले भारी समर्थन पर अब किसान आंदोलन की मतबूती और बढ गई है । गाजीपुुर बार्डर पर भारतीय किसान यूनियन के वरिष्ठ नेता राकेश टीकैत के सोशल मिडिया पर समाचार के उपरांत अचानक रविवार को भी दूसरे दिन भी खेडा बोर्डर पर बावल-84 के प्रधान सुमेर जेलदार ने 40 से अधिक गांवो से खेडा बोर्डर पर गत तीन दिनों से अधिक सममय से मिल रही विभिन्न प्रकार की धमकियों को गंभीरता से लेते हुए अब बावल-84 ने खेडा बोर्डर संयुक्त मोर्चा पर समर्थन देते हुए मोर्चा संभाल लिया है । संयुक्त मोर्चा के चोटी के प्रमुख नेता अमराराम, राजाराम मील, पवन दुगगल, पैमाराम, छगन चैधरी सहित अन्य ने स्पष्ट रूप से कहा कि पट्रोल पंप कर्मी व्यापारी है तो उनके द्वारा किए गए अभद्र व्यवहार की मंच से आकर माफी मांगे। उसके उपरंात भाईचारे की बात करके आम सहमति बनाई जा सकती है । उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि दिल्ली के चोतरफा किसान आंदोलन को समाप्त करने की केंद्र व राज्य सरकार की औछी हरकते अब देश का किसान सहित आम जनमानस भी जान चुका है । बहकाने में आने वाला नही है, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि पट्रोल पंप कर्मी राजनीति करना चाहते है तो अपना व्यापार छोडकर अपना मोर्चा संभाले । उन्होनें यह भी स्पष्ट किया सिंधु बोर्डर केंद्रीय संयुक्त मोर्चा के आहवान पर समस्त देश का किसान जगह जगह तीन कृषि कानूनो का रद्द करने, एमएसपी पर कानून लागू करने की मंाग कर रहा है । समय रहते देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उसकी सरकार को चाहिए कि जब जनता राजा से फरीयाद करती है तो उस पर अमल करे व कृषि कानूनो को रद्द करके आगामी कार्यवाही करने के लिए पहल भी करे । जिसमें प्रजा ताली व थाली बजाकर उनका धन्यवाद करे । अन्यथा देश का किसान घर से सिर पर कफन बांध कर सड़क पर पिछले तीन माह से अपनी मागों को लेकर सडको पर है । वे घर अपनी मांग को मनवाकर ही वापस लौटेंगे । इस संदर्भ में उन्होंने पट्रोल पंप कर्मियों को आडे हाथों लेते हुए कहा कि करोडो का बिजनेस यदि पट्रोल पंप का एक माह में ठप है तो व्यापारी बतांए कि खेडा बोर्डर के निकट लगने वाले पांच गांव के विकास के लिए क्या पट्रोल पंप ने प्रतिमाह काली मोटी कमाई से 10-10 लाख रूपये दिए है ? यदि नही तो स्पष्ट है कि पट्रोल पंप कर्मी आंदोलन की आड में ओछी राजनीति कर रहे है । उन्होंने लाल किले की घटना को लेकर किसानों को बदनाम करने का पर्दाफाश होने के साथ ही साजिशकर्ताओं पर कानून के तहत कार्यवाही करने की मांग की है ।इस अवस पर बावल-84 के गांव झाबुआ रणसिंह सरपंच ने मंच संभालते हुए कहा कि शांतिपूर्ण ढँग से चल रहे किसान आंदोलन को कुचलने के लिए पट्रोल पंप कर्मियों ने राकेश टीकैत के साथ हुई शर्मनाक घटना को नजरादाज करते हुए किसानो ंके कटे पर नमक छिडकने का काम किया है । उन्होंने मंच से कहा कि राकेश टीकैत के आंख का आंसू खून के एक एक कतरे के समान है । खेडा बोर्डर पर 26 राज्यों के किसानों को अब बावल-84 का समर्थन प्राप्त है । बोर्डर के निकट सर्वप्रथम बावल-84 ने अपना तंबू तानकर मोर्चा संभाल लिया और किसान सहित अपनी आन बान शान के लिए आंदोलन में भागीदारी बनाये रखेंगे ।इस अवसर पर किसान नेता रामकिशन महलावत, राजेंद्र कामरेड, शिवपाल, राजू रणजीत श्रीगंगानगर, सतीश यादव रेवाडी, ईश्वर महलावत, विद्याधर चैधरी फुलेरा, माही राम चैघरी नागोर, सोएब खान जयपुर, मुकेश मुदगिल, अत्तर सिंह नहरा प्राणपुरा, बच्चू सिंह शाहपुर, सुरताराम बीदावास, मास्टर गजे सिंह, संतोष मल्लेवास मुसद्दी लाल बहरोड, योगेश लुहानीवाल विश्वविद्यालय गंगानगर, भैरू राम थाकन, गुल्ला राम थाकन आदि अ नेंको किसान नेताओं ने सभाको संम्बोधित किया । बावल-84 के प्रधान सुमेर सिंह जेलदार ने बावल-84 के 40 से अधिक ट्रैक्टर ट्रालियों के साथ पंहुचने पर धन्यवाद करते हुए कहा कि विशेषकर राणौली, प्राणपुरा, किशनपुरा, बनीपुर, बीदावास, खिजूरी, तिहाडा, शाहपुर, नांगलतेजू, टीकला, पनवाड आदि समस्त बावल-84 के किसानो, व्यापारियों व कमेरे वर्गो के द्वारा खेडा बोर्डर पर बावल-84 की पंचायत की एक आवाज में पंहुचने पर धन्यवाद करते हुए कहा कि प्रतिदिन 11 बजे से सांय 5 बजे तक बावल-84 के अनेंको गावों के अलग अलग ग्रामींण जब तक आंदोलन जारी रहेगा, हर परिस्थिति में यही पर ही टिके रहेंगे । Post navigation गाजीपुर बॉर्डर पहुंच विधायक बलराज कुंडू ने की किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात। पश्चिमी बंगाल में चोरों का धर्म परिवर्तन?