गाजीपुर बॉर्डर पहुंच विधायक बलराज कुंडू ने की किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात।

-कुंडू बोले, पूरे देश का किसान आज आपकी तरफ देख रहा है आपको बाबा टिकैत की भूमिका निभानी है।. -टिकैत बोले-कुंडू हरियाणा का ऐसा क्रांतिकारी विधायक है जो किसानों को लेकर भाजपा सरकार से लगातार लड़ रहा है।. -किसानों के हितों में बलराज कुंडू द्वारा किये जा रहे कार्यों की जमकर हुई सराहना।/ कुंडू बोले- टिकैत साहब किसानों के सिरमौर हैं और हम सब उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ देने को खड़े हैं।

गाजीपुर बॉर्डर / चंडीगढ़, 31 जनवरी : महम विधायक बलराज कुंडू आज गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे और किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात कर कहा कि टिकैत साहब आप आगे बढ़ो हम सब आपके साथ हैं। आप किसानों के सिरमौर हो और आपको बाबा महेंद्र सिंह टिकैत जी की भूमिका को निभाना है। हरियाणा, पंजाब एवं उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश का किसान आज आपकी तरफ देख रहा है। सरकार साजिशें रचकर किसान आंदोलन को तोड़ नहीं सकती। आज किसान आंदोलन पहले से भी दौगुना मजबूत है।

इस मौके पर राकेश टिकैत ने कहा कि बलराज कुंडू एक सच्चा किसान का बेटा एवं गरीब, किसान-मजदूर का सेवक है जो पहले दिन से ही हरियाणा विधानसभा में किसानों की लड़ाई लड़ता आ रहा है। ये हरियाणा का एकमात्र ऐसा क्रांतिकारी विधायक है जो विधायक बनने के बाद से ही किसानों के मुद्दों को लेकर हरियाणा की भाजपा सरकार से लगातार टक्कर ले रहा है।

टिकैत ने बलराज कुंडू द्वारा किसान आंदोलन में लगातार सक्रिय योगदान देने एवं शहीद किसानों के परिवारों की 2-2 लाख रुपये की आर्थिक मदद करने सहित टिकरी बॉर्डर पर कुंडू द्वारा चलाई जा रही किसान रसोई जैसे किसान हितैषी उनके कार्यों की भी खूब सराहना की।

वहीं, बलराज कुंडू ने मीडिया से बातचीत में कहा कि किसानों को बदनाम करके न अन्नदाता की आवाज दबाई जा सकती है और ना किसान आंदोलन कमजोर किया जा सकता है। भाजपा सरकार असामाजिक तत्वों को किसानों को डराने धमकाने के लिए भेज कर गुण्डागर्दी करवा रही है और दिल्ली पुलिस भी उन शरारती तत्वों का साथ दे रही है। कितने शर्म की बात है कि भाजपा का एक विधायक सरेआम कहता है कि पुलिस नहीं हटाएगी तो हम किसानों को हटा देंगे। मैं ऐसे लोगों को चेतावनी देकर बता देना चाहता हूं कि ना तो हमारे बड़े भाई किसान नेता राकेश टिकैत अकेले हैं और ना किसान भाई। मैं दिन-रात अपने किसान नेताओं और किसान परिवार के साथ खड़ा हूँ।
कुंडू ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने सत्ता में आने से पहले वायदा किया था कि उनकी पार्टी सत्ता में आई तो किसान को फसल की लागत का 50 फीसदी ज्यादा मुनाफा देंगे, स्वामीनाथन की रिपोर्ट लागू करेंगे, किसानों के कर्जे माफ कर देंगे और किसानों को खुशहाल कर देंगे लेकिन हैरानी की बात है आज इसके उलट किया जा रहा है। जबरदस्ती तीन काले कानून किसानों पर थोपकर उनको बर्बाद करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है।

दुनियां गवाह है कि जिस भी देश में ऐसे कानून बने और लागू हुए वहां पर खेती और किसान बर्बाद हो गये। बावजूद इसके केंद्र सरकार देश में ऐसे कानून लाकर पूंजीपतियों के हाथों किसान और उसके बच्चों का भविष्य सौंप देना चाहती है। जब कोरोना महामारी के कारण देश आर्थिक तौर पर कमजोर हो रहा था तब छोटे-बड़े उद्योग, स्कूल-कॉलेज, छोटे दुकानदार और बहुत सारे कामधंधे बंद हो गए थे उस वक्त अगर देश को किसी ने मजबूत किया तो केवल और केवल देश का अन्नदाता था। किसान कोरोना की चिंता किए बिना अपने खेत में काम करता रहा और उसने अपनी फसल की उपज को और अधिक मेहनत के साथ पकाकर देश के गरीब, आम आदमी का पेट भरने का काम किया। देश के प्रधानमंत्री ने स्वयं यह बात कही थी कि अगर देश आज आर्थिक रूप से मजबूत है तो उसमें सबसे बड़ा योगदान किसान का है लेकिन भाजपा सरकार ने अन्नदाता के साथ विश्वासघात करते हुए कोरोना की आड़ में किसानों को खत्म करने के लिए तीन काले कृषि कानून बना दिए।

मीडिया से बातचीत करते हुए बलराज कुंडू ने कहा कि पिछले दो महीनों से किसान शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहा है लेकिन सरकार ने आंदोलन को बदनाम करने के लिए उन्हें खालिस्तानी, आतंकवादी और देशद्रोही साबित करने की भरपूर कोशिश की लेकिन वो अपने मनसूबों में कामयाब नहीं हो पाए। उन्होंने कहा कि जहां हम 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की परेड को पर्व के रूप में मनाते हैं, वहीं सरकार साजिश रचकर किसानों को बदनाम करने का काम कर रही थी। सबको मालूम है कि किसान से बड़ा देशभक्त दूसरा कोई नहीं हो सकता। किसान देश का पेट भरते हैं और उनके बेटे सरहदों पर देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने से कभी पीछे नहीं हटते।

कुंडू ने कहा कि किसान शांति और अहिंसा के रास्ते पर चलते हुए अपने अधिकार लेकर रहेगा और साजिशों को हम सब मिलकर हराएंगे।

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