चेतावनी- सरकार समाज को बांटने और षड्यंत्र रचने से बाज आये

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

30 जनवरी, 21 –  जिलाधीश द्वारा धारा 144 लगाए 24 घंटे बीतने से पहले ही कितलाना टोल पर सैकड़ों किसानों ने अनिश्चित कालीन धरने पर पहुंच प्रशासन को ठेंगा दिखा दिया। महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए किसानों ने एक दिन का उपवास रखा और अपने आंदोलन को पूर्व की भांति अहिंसात्मक रखने की शपथ ली। धरने पर महिलाओं की भागेदारी उल्लेखनीय रही और सबने मिलकर तीनों कृषि कानूनों के साथ सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी अपना रोष जाहिर किया।                 

  वक्ताओं ने कहा कि पिछले दो दिन से देखा जा रहा है कि सिंधु और गाजीपुर बॉर्डर पर शांतिपूर्ण ढंग से धरने पर बैठे किसानों पर सरकार के चंद दलाल पुलिस के साये में पत्थरबाजी कर रहे हैं। उसे गोदी मीडिया स्थानीय लोगों की संज्ञा दे रहा है जबकि हर गांव के लोग धरने पर ना केवल शिरकत कर रहे हैं बल्कि हर तरह का सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि वो इस तरह के षडयंत्रों से बाज आये। उन्होंने कहा कि किसान नेता राकेश टिकैत से ज्यादती का परिणाम सरकार देख चुकी है अगर अब भी सरकार नहीं चेती तो उसे गंभीर नतीजे भुगतेंगे होंगे।                 

कितलाना टोल पर 37वें दिन चल रहे अनिश्चित कालीन धरने की नरसिंह डीपीई, सीताराम फौगाट, राजसिंह जताई, रणधीर कुंगड़, गंगाराम श्योराण, राकेश आर्य, राजू मान, सुखदेव सिंह, सुभाष यादव, कृष्णा छपार, बीरमति, बाला और शीला बलियाली ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि आंदोलन को कमजोर करने के लिए सरकार औछे हथकंडे अपना रही है जिसका माकूल जवाब देश का अन्नदाता शांतिपूर्ण ढंग से देगा। उन्होंने कहा कि 36 बिरादरी के सहयोग से आंदोलन दो दिन में ओर तेज हुआ है जो जीतने पर ही रुकेगा। धरने का मंच संचालन कामरेड ओमप्रकाश ने किया।                   

 दादरी से निर्दलीय विधायक और खाप 40 सांगवान के प्रधान सोमबीर सांगवान ने अपने संबोधन में कहा कि कल बड़ी संख्या में दिल्ली बॉर्डर पर कूच किया जाएगा  और 2 महीने से भी ज्यादा समय से धरने पर बैठे किसानों के कंधे से कंधा मिलाकर तीन काले कानूनों के खिलाफ इस लड़ाई में निर्णायक भूमिका निभाई जाएगी।                 

 इस अवसर पर लोहारू से पूर्व विधायक सोमबीर सिंह, रणधीर घिकाड़ा, सुरजभान सांगवान, डॉ विजय सांगवान, सुरेन्द्र कुब्जानगर, कुलभूषण आर्य, बलजीत फौगाट, अलीशेर, राजकुमार दलाल, विनोद सांगा, डॉ ओमप्रकाश, सत्यवान बलियाली, रामवतार, एडवोकेट विक्रम, वीरेंद्र पप्पू पार्षद, अनिल कुमार, सेवा सिंह, रामकुमार सोलंकी, संजय मंदोला, देवी सिंह, सूबेदार सतबीर सिंह, नरेंद्र फतेहगढ़, राजकरण पांडवान, सुंदर ठेकेदार, अत्तर सिंह, बिजेंद्र झोझू, बलजीत पूर्व सरपंच, प्रीतम चेयरमैन, कमल बलाली, राजेश झोझू इत्यादि मौजूद थे।

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