टिकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन में शामिल 30 से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी है, इसके बावजूद किसान आंदोलन को जारी रखने के फैसले पर अडिग हैं. झज्जर. टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन में शामिल किसानों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. रविवार रात को टिकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन में शामिल 3 किसानों की मौत हो गई. इनमें दो किसान हरियाणा के तो एक पंजाब का था. मृतक किसानों की उम्र 41 से 48 के बीच की है. पुलिस ने तीनों किसानों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल भिजवा दिया है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, पंजाब के मानसा जिले के गुरमीत, हिसार के गांव बगला के किसान जयवीर और मिर्चपुर के जोगेन्द्र की रविवार रात को टिकरी बॉर्डर पर मौत हो गई. किसानों की मौत कैसे हुई है, इसका अभी खुलासा नहीं हो पाया है. बता दें कि ठंड में ह्रदय गति रुकने से किसानो की मौत हो रही है. टिकरी बॉर्डर पर अब तक 30 से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा. कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे किसानों ने स्पष्ट किया है की वो हर हाल में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे. उन्होंने कहा की जींद जिले से किसान अपनी बड़ी भागीदारी निभाने के लिए तैयारी कर रहे है और जैसे ही संयुक्त मोर्चा का आह्वान होगा तुरंत अम्ल में लाया जाएगा. कंडेला खाप का 2 हजार ट्रैक्टर भेजने का फैसला उधर कंडेला खाप ने भी दिल्ली परेड के लिए 2000 ट्रैक्टर भेजने का फैसला लिया है. खाप नेताओं का कहना है कि सरकार अगर हम रोकेगी तो बैरीगेट तोड़ कर दिल्ली जाएंगे. खाप नेताओं ने कहा कि 26 के बाद विधायकों और सांसदों पर इस्तीफे के लिए दबाव बनाएंगे. Post navigation कड़ी मेहनत से हमारे बेटे-बेटियां खेलों में चमका रहे हैं प्रदेश का नाम- कुंडू टिकरी बॉर्डर से दिल्ली की ओर बढ़े किसान, पुलिस के बैरीकेड तोड़े