–कमलेश भारतीय गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय के युवा कल्याण निदेशालय की नवनियुक्त अधिष्ठाता प्रो दीपा मंगला का कहना है कि वे छात्रों की प्रतिभागिता बढ़ाने की पूरी कोशिश करेंगी एवं उनकी प्रतिभा निखारने का प्रयास रहेगा । मूल रूप से जींद की निवासी दीपा मंगला की शिक्षा बारवीं तक तो दिल्ली में हुई और उसके बाद आंध्र प्रदेश के सत्य साईं इंस्टिट्यूट अनंतपुर से बी काॅम किया । फिर पंजाब यूनिवर्सिटी के बिजनेस स्कूल से एमकॉम। इसके बाद कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के काॅमर्स डिपार्टमेंट से पीएचडी की। -जाॅब कहां कहां ?-लुधियाना के पंजाब काॅलेज ऑफ टैक्नीकल एजुकेशन में अढ़ाई साल , सिरसा की सीएलडीयू में एक साल और भिवानी के बिरला इस्टिट्यूट में दो साल बिताये । -गुजवि में कब से ?-सन् 2005 में एसिस्टेंट प्रोफेसर एमबीए में । अब प्रोफेसर पद पर पदोन्नत । -स्कूल, काॅलेज या विश्वविद्यालय में कौन सी गतिविधियों में भाग लेती रहीं ?-मुख्य तौर पर संगीत व नृत्य और पुरस्कार भी मिलते रहे । हरियाणवी , पंजाबी गीतों पर नृत्य। -युवा विभाग की अधिष्ठाता के रूप में क्या विजन रहेगा?-सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ाना क्योंकि कोरोना के कारण युवा इससे अलग थलग हो गये । युवा को इस ओर फिर से आकर्षित करना तथा रचनात्मक और सांस्कृतिक गतिविधिय़ों के द्वारा उन में छिपी क्षमता को उजागर करना। विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों से मिल कर नए नए कार्यक्रम आयोजित करना और छात्रों को रचनात्मक बनाना । तकनीकी विश्वविद्यालय होने के चलते छात्रों की रूचि इन कार्यक्रमों में बढ़ाना । हमारी शुभकामनाएं प्रोफेसर दीपा मंगला को । आप इस नम्बर पर प्रतिक्रिया दे सकते हैं : 9416396883 Post navigation नजर झुकाये बेटियाँ किसान आंदोलन, ट्रैक्टर परेड से संसद कूच तक