रेवाड़ी, 23 जनवरी 2021 – पाली रेलवे फाटक पर रेलवे ओवर ब्रिज तो बनाया जा रहा है, लेकिन ग्रामीणों के आने-जाने के लिए रेलवे फाटक व रेलवे लाईन पर अंडरपास न बनाने से उपजे रोष के कारण ग्रामीण विगत तीन दिनों से पाली बस स्टैंड पर रेलवे फाटक के पास धरने पर बैठे है। धरने पर बैठे ग्रामीणो को समर्थन देने आज स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश ने धरना स्थल पर जाकर ग्रामीणों की जायज मांग का समर्थन किया।

विद्रोही ने कहा कि 42 करोड़ रूपये की लागत से रेलवे फाटक पर पाली पर बन रहे 1.2 किलोमीटर लम्बे ओवरब्रिज के बनने के बाद पाली गांव के लोगों को रेलवे पार अपने खेतों में जाने व रेलवे के दूसरी ओर गोठडा, माजरा, नांधा की ओर खेतों में बनी ढाणियों में रहने वाले पाली के ग्रामीणों को आने-जाने में भारी परेशानी होगी। ढाणियों में रहने वाले पाली के ग्रामीणों को अपने ही गांव में आने के लिए लम्बा चक्कर काटना पड़ेगा जो उनके साथ अन्याय है। धरना स्थल पर बैठे ग्रामाीणों को सम्बोधित करते हुए विद्रोही ने कहा कि अधिकारीगण पैसे बचाने के लिए रेलवे ओवरब्रिज, सडक़ पुल व सडक़ मार्ग को फोर लेन-सिक्स लेन बनाते समय पास बसे गांवों के लोगों को इस ओर से उस ओर आने-जाने के लिए रेलवे-सडक़ अंडरपास बनवाने की परियोजना की जान-बूझकर उपेक्षा करते है और जब सम्बन्धित ग्रामीण विरोध स्वरूप सडक़ों पर आते है तभी उनकी मांग पर ध्यान देते है जो लोगों के साथ क्रूर मजाक है।

रेवाड़ी-नारनौल रोड़ हाईवे के सिक्स लेन बनने व इस क्षेत्र में रेलवे फ्रेट कोरिडोर बनने की परियोजनाओं में गांवों के लोगों को सुलभता से आने-जाने के लिए रेलवे व सडक़ अंडरपास की बहुत ज्यादा उपेक्षा की गई है जो किसी भी तरह जायज नही है। विद्रोही ने कहा कि पाली गांव के रेलवे फाटक पर रेलवे अंडरपास बनाने के लिए शुक्रवार को उन्होंने गुरूग्राम के सांसद व केन्द्रीय राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत सिंह व बावल के विधायक व हरियाणा भाजपा सरकार में मंत्री डा0 बनवारीलाल से फोन पर बात करके पाली ग्रामीणों की समस्या से अवगत कराया।

राव इन्द्रजीत सिंह ने फोन पर आश्वासन दिया है कि वे पाली रेलवे फाटक पर रेल अंडरपास बनवाने के लिए पुरजोर पैरवी करेंगे और ग्रामीणों की मांग जायज है। विद्रोही ने केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह व डा0 बनवारीलाल के सकारात्मक रूख की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस क्षेत्र के सांसद व विधायक ने पाली के ग्रामीणों की समस्या को समझकर सहयोग का आश्वासन दिया है। मुझे आशा है कि पाली के ग्रामीणों के संघर्ष व स्थानीय सांसद व विधायक के सकारात्मक सहयोग से इस समस्या का समाधान होगा। वहीं उन्होंने रेल मंत्री व रेल मंत्रालय के अधिकारियों से भी आग्रह किया कि वे पाली के ग्रामीणों की धरातल की समस्या का समाधान करने के लिए पाली रेलवे फाटक पर रेलवे अंडरपास बनाने के आदेश दे।

विद्रोही ने ग्रामीणों से भी कहा कि पाली रेलवे फाटक पर अंडरपास बनवाने की लड़ाई आासान नही होगी और यह लड़ाई लम्बी होगी। पडौसी गांव गोबिंदपुरी में लम्बी लड़ाई के बाद भी रेलवे अंडरपास बना है। पाली गांव की समस्या तो और भी विकट है। रेल फ्रेट कोरिडोरे होने के कारण लगभग 5 से 6 किलोमीरटर रेलवे लाईन के दोनो ओर दिवार खड़ी कर दी जायेगी जिसके कारण बिना अंडरपास रेलवे लाईन को पार करना लोगों के लिए समस्या बन जायेगा। वहीं पाली रेलवे फाटक पर 1.2 किलोमीटर लम्बा रेलवे ओवरब्रिज बनने और नारलौल-रेवाड़ी हाईवे सिक्स लेन बनने के बाद ग्रामीणों का अपने खेतों और ढाणियों में आना-जाना एक विकट समस्या पैदा करेगा और दुर्घटना की संभावना भी बढ़ेगी। ऐसी स्थिति में पाली रेलवे फाटक पर अंडरपास बनान और भी जरूरी है।

विद्रोही ने केन्द्र व हरियाणा सरकार को चेतावनी दी कि यदि उन्होंने पाली गांव के लोगों की इस समस्या का समाधान नही किया तो पाली गांव के लोगों को रेेलवे ओवरब्रिज व रेलवे लाईन बिछाने का कार्य अवरूद्ध करना होगा जिसकीे जिम्मेदारी केन्द्र व हरियाणा सरकार की होगी। धरने में नरेन्द्र उर्फ बिल्लू, वेदप्रकाश, लालचंद, भवानी सहाय, औमप्रकाश पंच, रामपाल पंच, विजय सिंह पाली व गोठडा से प्रधान औमप्रकाश, मास्टर दयाराम, औमप्रकाश सैन, सरपंच रविपाल सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे।