21 जनवरी 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर सहित उन सभी भाजपा नेताओं, भाजपा समर्थक कथित पूर्व सैनिक संगठनों की कठोर आलोचना की जो झूठ पर झूठ बोलकर आंदोलनरत किसानों पर 26 जनवरी की गणतंत्र दिवस परेड में बाधा डालने का झूठा आरोप लगाकर मीडिया में बयान बहादुर बन रहे है।

विद्रोही ने कहा कि आंदोलनरत किसानों का संगठन संयुक्त किसान मोर्चा व विभिन्न किसान नेता बार-बार कह चुके है कि वे 26 जनवरी गणतंत्र दिस परेड में कोई बाधा नही डालेंगे और 26 जनवरी को किसान टैऊक्टर परेड आऊटर दिल्ली रिंग रोड़ पर करेंगे। बार-बार दिये जा रहे इतने साफ स्पष्टीकरण के बाद भी किसानों पर 26 जनवरी गणतंत्र दिवस की परेड में बाधा डालने का भाजपाई-संघीयों का आरोप बेशर्मी, अनैतिकता की हद है। भाजपाई-संघी तो जन्मजात महाझूठे, षडयंत्रकारी व फासिस्ट चरित्र के लोग है, पर आश्चर्य है कि मीडिया भी इन महाझूठे लोगों का बयान बार-बार प्रकाशित-प्रचारित करके जाने-अनजाने में किसानों को बदनाम करने में भागीदार बन रहा है। 

विद्रोही ने कहा कि 15 अगस्त व 26 जनवरी का दिन मनाने, झंडा फहराने, परेड निकालने का अधिकार केवल सरकार व प्रशासन को ही नही अपितु आमजनों को भी है। वर्षो से आमजन, सामाजिक संस्थाएं अपने-अपने स्तर पर 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस व 26 जनवरी गणतंत्र दिवस देश के विभिन्न स्थानों पर अपने-अपने ढंग से मनाते आ रहे है। यदि देश का किसान 26 जनवरी पर दिल्ली आऊटर रिंग रोड पर किसान टैऊक्टर परेड करना चाहते है तो किसी को क्या आपत्ति हो सकती है?

दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड कार्यक्रम तो विजय चौक से शुरू होकर नेताजी सुभाष चन्द्र स्टेडियम में खत्म हो जायेगा, फिर किसान कहां और कैसे गणतंत्र दिवस परेड में बाधा बनने वाला है? विद्रोही ने कहा कि एक ओर मोदी सरकार तीन काले कृषि कानूनों का हल वार्ता से निकालने की नौटंकी करती है, वहीं दूसरी ओर आंदोलनरत किसानों को सत्ता दुरूपयोग से बदनाम करने का कोई मौका नही चूकती है। मोदी-भाजपा सरकार की इसी षयडंत्रकारी, फासिस्ट आचरण के कारण आंदोलनरत किसानों को मोदी सरकार की किसी बात व वादे पर विश्वास नही है। 

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