राजनीति दल किसी के सगे नहीं, किसान रहें सचेत : रविन्द्र सांगवान

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

 लंबे समय तक किसान आंदोलनों की अगुवाई करने वाले किसान नेता रविन्द्र सांगवान ने आज कितलाना टोल पर किसानों के अनिश्चित कालीन धरने को संबोधित करते हुए कहा कि किसान किसी राजनीतिक दल के मोहताज नहीं है और अपने बलबूते पर लड़ाई लड़ रहे हैं और अब जीतकर ही दिल्ली से लौटेंगे। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल किसी के सगे नहीं हैं यही वजह है कि हर सरकार में किसानों को अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना पड़ा है।               

 उन्होंने कहा है कि देश में आजादी के बाद ये पहली सरकार है जिससे समाज का हर तबका पीड़ित है और विस्फोटक स्थिति बन गई है। सरकार के प्रति लोगों में भयंकर गुस्सा और नफरत है। हालात ये हैं कि जनता गठबंधन सरकार के किसी नेता को सुनने को तैयार नहीं है। यहां तक कि मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को अपने दौरे तक रद्द करने पड़े। दोनों बस दिल्ली- चंडीगढ़ के बीच भाग रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को आज किसान संगठनों से होने वाली बातचीत में लचीला रुख अपनाते हुए तीनों काले कानून रद्द करने के साथ एमएसपी की गारंटी देने का ऐलान करना चाहिए।                   

संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर कितलाना टोल पर चल रहे अनिश्चित कालीन धरने की 22वें नरसिंह डीपीई, बलवंत नम्बरदार, रणधीर कुंगड़, राजबीर शास्त्री, प्रभुराम गोदारा, ओमप्रकाश कलकल,  अनूप सूबेदार, रत्तन जिंदल, सुभाष यादव, राकेश आर्य ने संयुक्त अध्यक्षता की। किसान नेताओं ने कहा कि 17 मार्च को दादरी में होने वाले ट्रैक्टर मार्च अभूतपूर्व होगा।आज भी टोल फ्री रहा।                 

 मंच संचालन रणधीर घिकाड़ा ने किया। इस अवसर पर शमशेर फौगाट, सुरजभान झोझू, राजू मान, कमलेश भैरवी, धीरज सिंह, बलजीत बजाड़, धर्मेन्द्र छपार, सोनू साहुवास, वीरेंद्र यादव, सुरेन्द्र कुब्जानगर, आनंद यादव, प्रमोद यादव, बलजीत फौगाट, राजेश झोझू, कृष्णा सांगवान, मूर्ति देवी, अनीता खान,  जितेंद्र चरखी, अजित मिर्च, धर्मेन्द्र घसोला इत्यादि मौजूद थे।

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