दूसरे मुख्य द्वार बनाये जाने का मामला गर्माने लगा.
अवैध कब्जों को हटाने का विशेष अभियान चलेगा

फतह सिंह उजाला

पटौदी।  गांव डाबोदा के मिडल स्कूल के दूसरे मुख्य द्वार बनाये जाने का मामला गर्माने लगा है। गांव में पंचायतों का दौर शुरु हो गया है। सरपंच नीता यादव का कहना है कि स्कूल में दूसरे मुख्य द्वार बनाने का कार्य शिक्षा विभाग के नियमों के अनुरुप किया गया है। जो लोग इस का विरोध कर रहे है वह स्वयं पंचायती भूमि पर कब्जा जमाये हुए है। उन कब्जों के मामले को लेकर चक्रव्यूह की रचना की जा रही है। जो सरासर नाजायज है। जल्द ही पंचायत द्वारा गांव की सरकारी भूमि से अवैध कब्जों को हटाने के लिए विशेष अभियान चलाया जायेगा।

उन्होंने बताया कि गांव के स्कूल में शिक्षा विभाग के नियम अनुसार दूसरा नया मुख्य द्वारा बनाया गया है। जिसके निर्माण के लिए करीब एक लाख रुपए की विकास राशि जिला परिषद कोटे से स्वीकृत हुई है। मुख्य द्वारा के निर्माण का मुख्य उदेश्य विद्यालय परिसर में दमकल विभाग, एम्बुलेंस, निर्माण सामग्री आदि के वाहन सीधे प्रवेश कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि गांव के कुछ लोग राजनीतिक लाभ लेने के चक्कर में स्कूल को माध्यम बना कर औछी राजनीति कर रहे है। जबकि सब कुछ नियम अनुसार कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों के अनुरुप ही गांव के विकास को गति दी जा रही है। कुछ असमाजिक तत्व गांव की पंचायती भूमि पर अवैध कब्जे जमाये हुए ।

पंचायत द्वारा उन अतिक्रमणकारियों को अवैध कब्जा हटाने के लिए दो बार नोटिस दिए गए है। जबकि अवैध कब्जेधारी तीन न्यायलयों से मुकदमा भी हार चुके है। बावजूद इसके भी वह अपने कब्जे जमाये हुए है। जो लोग स्कूल के मुख्य द्वार का विरोध कर रहे है उनमें भी कब्जेधारी शामिल है। पंचायत उनके मंशूबों को किसी भी सूरत में सफल नहीं होने देगी और गांव में बिना किसी भेदभाव के अवैध कब्जे हटाने का विशेष अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण भली प्रकार से वाकिफ है कि गांव के विकास सरकार की नीतियों के अनुरुप कराये जा रहे है। उन्होंने कहा कि स्कूल के दूसरे मुख्य द्वार सम्बंधित सभी कार्रवाई रिर्पोट जिला शिक्षा अधिकारी व अन्य सम्बधित अधिकारियों को भेजी जा चुकी है।

error: Content is protected !!