भिवानी/मुकेश वत्स कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए दिल्ली बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों के लिए हर रोज मदद के हाथ आगे बढ़ रहे हैं। हर कोई अपने सामथ्र्य अनुसार आंदोलन कर रहे किसानों के लिए रोजाना कुछ ना कुछ भेज रहे हैं। आज सोमवार को भी जिला के गांव लक्ष्मणपुरा से किसानों का काफिला ट्रैक्टरों के साथ खाद्य सामग्री लेकर रवाना हुआ। इस दौरान 500 लीटर दूथ, 400 किलो आटा, 10 बोरी प्याज, 10 बोरी आलू व 200 किलो घी सहित अन्य खाद्य सामग्री का वाहन रवाना किया। इस अवसर पर राजेश कुमार, नरेश कुमार, घासीराम, जयकुमार व सुरेन्द्र, देवेन्द्र पघाल व चंद्रपाल आदि किसान उपस्थित रहे। उपस्थित किसानों ने कहा कि किसान देश का अन्नदाता है, पर सरकार अन्नदाता की माली हालत को सुधारने की बजाय कृषि सिस्टम को कॉरपोरेट को सौंप रही है। जिससे किसान तो खत्म होंगे ही। उसके बाद एक एक कर व्यापारी, मंडी व बीपीएल परिवार खत्म होंगे और एक दो साल बाद फिर आम जनता को दो जून की रोटी के लाले पड़ जाएंगे। इन हालातों में देश में केवल बहुत उच्च वर्ग और बहुत निम्न वर्ग ही बचेगा। रोजग़ार तो दूर लोगों को रोटी के लिए लाले पड़ जाएंगे। Post navigation मैडिकल कॉलेज निर्माण का धरना 11वें दिन में प्रवेश पेट्रोल पंप कारिंदों पर हमला करके बदमाश लूट ले गए डेढ़ लाख