बोले – खट्टर व भाजपा को किसानों से सरोकार न होकर केवल इवेंटबाजी से है मतलब
सुरजेवाला ने खट्टर सरकार पर बोला हमला,कहा कि अगर आपको संवाद ही करना है तो पिछले 46 दिनों से सीमाओं पर धरना दे रहे अन्नदाता से कीजिए
रणदीप सिंह सुरजेवाला

चंडीगढ़,10 जनवरी।मुख्यमंत्री खट्टर का करनाल जिले के गांव कैमला में किसान महापंचायत को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सरकारी महापंचायत करार दिया। सुरजेवाला ने खट्टर सरकार पर किसान अन्नदाताओं की संवेदनाओं एवं भावनाओं से खिलवाड़ करके क़ानून व्यवस्था बिगाड़ने की साज़िश करने का आरोप भी लगाया। 

सुरजेवाला ने कहा कि खट्टर साहेब सरकारी महापंचायत का ढोंग बंद करिए। अगर आपको संवाद ही करना है तो पिछले 46 दिनों से सीमाओं पर धरना दे रहे अन्नदाता से कीजिए। आपको शर्म आनी चाहिए कि जब आप किसान महापंचायत कर रहे हैं तो वहाँ आने से किसानों को ही रोकने का मतलब क्या है? मतलब साफ़ है कि आपको किसानों से सरोकार न होकर केवल इवेंटबाजी से मतलब है।

सुरजेवाला ने कहा कि खट्टर व भाजपा की तमाम कोशिशों के बावजूद कैमला में हालात जवान बनाम किसान होने से बच गए। उन्होंने कहा कि इतिहास में पहला मौक़ा है जब दूसरे कार्यकाल के सवा साल के भीतर मुख्यमंत्री का अपने निर्वाचन वाले ज़िले में इतना ज़ोरदार विरोध हुआ है। क्या कह रहे थे कि ‘सरकारी’ महापंचायत तो होकर रहेगी? ये अन्नदाता हैं। ये किसी वाटर कैनन या आंसू गैस से नहीं डरते।

उन्होंने कहा कि भाजपा व खट्टर के जागने का समय है। भाजपा व खट्टर गाम-राम से बड़े नहीं हैं। जन भावनाओं को समझें।याद रखिए, यही हाल रहा तो बिना पुलिस के आपका घर से निकलना नामुमकिन हो जाएगा। किसानों को डराइए नहीं। इनकी ज़िंदगी, रोज़ी रोटी मत छीनिये। तीनों खेती बिल वापस कराइए वरना झोला उठाकर घर जाइए।