22.5 टन मादक पदार्थ जब्त कर 3000 से अधिक नशा तस्करों को किया गया गिरफ्तार

चंडीगढ़, 5 जनवरी – हरियाणा पुलिस ने बीते साल 2020 में ड्रग माफिया पर चैतरफा हमला करते हुए नशा कारोबारियों के नेटवर्क को ध्वस्त करने में सफलता हासिल की है। सालभर पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ अभियान तेज कर 22.5 टन से अधिक मादक पदार्थ जब्त किया।

हरियाणा पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) श्री मनोज यादव ने आज यहां खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस द्वारा 2020 में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत कुल 3024 मामले दर्ज किए, जबकि 2019 में 2645 मामले दर्ज हुए थे। जब्त मादक पदार्थ की मात्रा भी 2019 की तुलना में गत वर्ष 41.5 फीसदी अधिक रही। जनवरी से दिसंबर 2020 के बीच पुलिस द्वारा कुल 22569 किलोग्राम अफीम, चरस, सुल्फा, चूरा व डोडापोस्त, स्मैक, गांजा और हेरोइन जब्त की गई।

पकडे़ गए नशे बारे जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि पुलिस ने 225 किलो अफीम, 250 किलोग्राम चरस/सुल्फा, 12828 किलोग्राम से अधिक चूरा व डोडापोस्त, 8 किलो 253 ग्राम स्मैक, 9223 किलोग्राम से अधिक गांजा और 33 किलो 198 ग्राम हेरोइन जब्त की।

सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप ऐसे लगाई नशे के अवैध कारोबार पर रोक

डीजीपी ने कहा कि पुलिस मादक पदार्थों की तस्करी को रोकते हुए नशे के सौदागरों पर शिकंजा कसने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। यह हमारी पुलिस टीमों के प्रयासों के साथ-साथ अंतर-राज्यीय स्तर पर सूचना के आदान-प्रदान के कारण ही संभव हुआ है कि 2019 की तुलना में बीते साल गिरफ्तारियों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। हमने एक बहु-आयामी दृष्टिकोण अपनाते हुए प्रदेश से भारी मात्रा में नशा जब्त कर नशा कारोबारियों के मंसूबों को ध्वस्त किया। स्पेशल टास्क फोर्स सहित हमारी फील्ड इकाइयों ने राज्य में सभी प्रकार के नशीले पदार्थों की संभावित आपूर्ति को रोका। उन्होंने कहा कि हरियाणा को नशा मुक्त राज्य बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप पुलिस लगातार मादक पदार्थ की तस्करी पर अंकुश लगा रही है।

ये मामले हुए दर्ज

एनडीपीएस अधिनियम के तहत अधिकतम 713 मामले सिरसा में दर्ज किए गए, जिसके बाद फतेहाबाद में 326, गुरुग्राम में 224, कैथल में 164, हिसार में 162, रोहतक में 157 और पानीपत में 131 मामले दर्ज किए गए।

हमारे समाज में ड्रग्स के लिए कोई जगह नहीं है। मादक पदार्थ तस्करी के खिलाफ हमारा अभियान लगातार जारी रहेगा ताकि नशे के खतरें से युवाओं को बचाया जा सके। इसके अतिरिक्त, युवाओं को नशा के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।

जड़ से उखाडने के लिए साझा करें जानकारी

श्री यादव ने लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि नशा कारोबारियो के नेटवर्क पर नकेल कसने के लिए पुलिस का साथ देते हुए नशे की बिक्री, खपत और उपयोग संबंधी जानकारी मोबाइल नंबर 7087089947, टोल-फ्री नंबर 1800-180-1314 और लैंडलाइन नंबर 01733-253023 पर साझा करें।

error: Content is protected !!