आगामी 19 और 20 जनवरी को संपन्न होगी योग प्रतियोगिता.
इच्छापुरी शिव मंदिर परिसर में राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह.
इंच्छापुरी की तीन युवतियों ने राज्य स्तर पर बनाई पहचान

फतह सिंह उजाला
पटौदी । 
  योग भगाए रोग , वास्तव में योग भारतीय सनातन और ऋषि मुनियों की प्राचीनतम शरीर को स्वस्थ बनाए रखने की एक जीवन जीने की एक पद्धति है । आज शहर हो या देहात, सभी जगह लोग योग की क्रियाओं को करते हुए स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे  ।

इसी कड़ी में भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के तत्वाधान में नेशनल लेवल पर 19 और 20 जनवरी को योग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा । इस नेशनल योग प्रतियोगिता के लिए पटौदी देहात के गांव इच्छापुरी से राजकरण, नरहेड़ा से सुरेंद्र , जोनियावास से मनमोहन और जनौला से जितेंद्र अपने योग कौशल का प्रदर्शन करेंगे । इसी उपलक्ष्य पर रविवार को पटौदी देहात के गांव इंच्छापुरी स्थित इंच्छापुरी शिव मंदिर परिसर में विभिन्न योग प्रतियोगिताओं के विजेताओं के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया ।

इस समारोह का आयोजन हरियाणा पतंजलि योग समिति के राज्य प्रभारी जागलान के नेतृत्व में और एडवोकेट पवन यादव , रवि चैहान, जगदीश , विनोद, डॉक्टर धर्मेंद्र मानेसर, मास्टर जोगिंदर, ईश्वर सिंह व अन्य के सहयोग से संपन्न हुआ । इस मौके पर हरियाणा पतंजलि योग समिति के राज्य प्रभारी जगलान ने कहा कि योग एक ऐसी शारीरिक क्रिया है , जिसे कि सही प्रशिक्षक की देखरेख में करते हुए सभी प्रकार की शारीरिक व्याधियों और रोगों से भी दूर रहा जा सकता है । वास्तव में योग भारतीय संस्कृति और ऋषि मुनियों की दी हुई एक अनमोल धरोहर है । आज खुशी इस बात की है कि शहर हो या गांव हर आयु वर्ग का युवक-युवती व अन्य लोग प्रातः के समय योग की क्रियाओं को कर कर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं ।

इस मौके पर नेशनल योग प्रतियोगिता के प्रतिभागी इंच्छापुरी के राजकरण , नरहेड़ा के सुरेंद्र , जोनियावास के मनमोहन और जनौला के जितेंद्र को कप्तान हुकमचंद खलीलपुर के द्वारा ट्राफी प्रदान की गई । वही प्रदीप ताज नगर के द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता युवक-युवतियों को ऑर्गेनिक मसाले तथा पवन यादव एडवोकेट के द्वारा मेडल भेंट करके प्रोत्साहित किया गया । यहां गौरतलब है कि इंछापुरी  गांव की ही युवती साक्षी, हिमांशी और युवक समीर के द्वारा राज्य स्तरीय योग प्रतियोगिता में अपनी योग दक्षता का लोहा मनवाया गया । कोराना काल के दौरान प्रतियोगिता का आॅनलाइन आयोजन किया गया था। इसके साथ ही तुर्कापुर के योग प्रशिक्षण केंद्र के 12 छात्र और जोनियावास के प्रशिक्षण केंद्र में योगाभ्यास करने वाले तीन युवकों को भी पुरस्कार प्रदान कर प्रोत्साहित किया गया । इस मौके पर विभिन्न योगशाला के संचालकों के द्वारा विशेष रुप से युवा वर्ग का आह्वान किया गया कि जीवन में योग को अवश्य अपनाएं और प्रतिदिन कुछ समय निकालकर योगाभ्यास करते हुए विभिन्न प्रकार की शारीरिक व्याधियों के साथ साथ संभावित बीमारियों से भी दूर रहा जा सकता है । पतंजलि योग समिति का एक यही गंभीर प्रयास है कि योग को पूरी तरह से जन-जन के बीच में जन आंदोलन बनाया जाए। 

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