धर्मपाल वर्मा दिल्ली की सीमा किसान आंदोलन को एक महीने से अधिक का समय हो गया है । इस दौरान कई आंदोलनकारी अपनी जान से हाथ गवा बैठे हैं । आंदोलन में शामिल ज्यादातर किसान पंजाब और हरियाणा से हैं। पता चला है कि दिल्ली हरियाणा के कुंडली बॉर्डर पर किसान आंदोलन में हिस्सा लेने आए दो और किसानों की मौत हो गई है जबकि एक किसान की हालत काफी गंभीर बनी हुई है। पुलिस को शुरूआती जांच में पता चला है कि किसान आंदोलन में हिस्सा लेने आए दोनों किसान बलवीर सिंह गोहाना क्षेत्र व निर्भय सिंह पंजाब के गांव लिदवा के रहने वाले हैं। रविवार सुबह गोहाना के गांव गंगाना के रहने वाले किसान बलवीर सिंह की मौत की सूचना आई। मृत किसान के साथ मौजूद अन्य किसानों ने बताया कि शनिवार रात तक बलबीर सिंह स्वस्थ्य थे, केवल थोड़ी थकान महसूस कर रहे थे। रात में खाना खाने के बाद टैंट में सो गए थे। सुबह जब देर तक नहीं उठे तो साथी किसानों ने उन्हें जगाने का प्रयास किया, लेकिन उसके शरीर में कोई हलचल नहीं हुई। इसकी सूचना किसान आंदोलन में तैनात चिकित्सक को दी गई। चिकित्सक ने किसान को मृत घोषित कर दिया। किसान बलवीर सिंह की मौत के कुछ समय बाद ही पंजाब के गांव लिदवा निवासी किसान निर्भय सिंह की हालत खराब होनै की खबर आई । उसे तत्काल सिविल अस्पताल भेजा गया, जहां पर उनको मृत घोषित कर दिया गया। फिर उसके कुछ देर बाद गोहाना के गांव गंगाना के किसान युधिष्ठर सिंह को दिल का दौरा पडा । उसे भी तत्काल सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां से हालत गंभीर होने के चलते उनको पीजीआइ रैफर कर दिया गया है । आगामी समाचार की प्रतीक्षा की जा रही है। पुलिस ने जांच के दौरान आशंका जताई है कि इन किसानों की मौत सर्दी लगने से हृदयाघात के कारण हो सकती है। मौत के वास्तविक कारणों की जानकारी पोस्टमार्टम के बाद हो हो सकेगी। आपको बता दें कि नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के लिए रविवार की सुबह काफी मुश्किल भरी रही। राजधानी दिल्ली और आसपास के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश और कड़ाके की ठंड के कारण किसानों को काफी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। फिलहाल किसानों और सरकार के बीच वार्ता 4 जनवरी को प्रस्तावित है। किसान संगठन तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रही है, जबकि सरकार तीनों कानून में संशोधन करने के लिए राजी है। Post navigation 38 दिन किसान आंदोलन….38 दिन में 53 आत्म बलिदान और मेरा भारत महान खटकड़ टोल पर धरना स्थल पर बैठे किसानों के बीच पहुंचे सुरजेवाला