95 वर्ष की आयु में ली कलावती ने अपनी अंतिम सांस. बुजुर्गो का अनुभव आज की पीढ़ी के लिए अनमोल सीख फतह सिंह उजाला पटौदी। इलाके के वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण सम्भ्रवाल की माता 95 वर्षीय कलावती पत्नी स्व. जलसिंह चैधरी का ह्रदयगति रुकने देहांत हो गया। उनकी अंतिम यात्रा में क्षेत्र के राजनितिक, समाजिक तथा मीडिया कर्मी सहित क्षेत्र के सैंकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की। मुखग्नि जयेष्ट पुत्र एंव गांव के पूर्व सरपंच बीरसिंह के द्वारा दी गई। स्वं माता कलावती के अंतिम संस्कार में किसान कलब के चेयरमैन राव मानसिंह, इनेलो के प्रदेश प्रवक्ता सुखबीर तंवर, मास्टर जीतराम यादव , सरपंच धर्मेंद्र यादव, सरपंच विनोद वाल्मीकि खुर्रमपुर, अधिवक्ता जयसिंह चैहान, सरपंच सोनू यादव, होशियार सैनी, प्रधान विनोद चैधरी, रानिवास पहलवान ख्वासपुर, मदन पाल , पूर्व सरपंच वीरभान, राजऋषि, सरोज, सुमन, फर्रुखनगर पत्रकार संघ के अध्यक्ष नरेश शर्मा, पत्रकार हंसराज यादव, पत्रकार मोनू यादव, पत्रकार मुकेश सैनी, पत्रकार जयप्रकाश शर्मा, पूर्व सरपंच राजपाल, धर्मसिंह, सतबीर सिंह थानेदार, विजयपाल, शीशराम, लक्ष्मी नारायण चैहान, राधा देवी, देविंद्र प्रधान, राजस्थान से जिला पार्षद बीरसिंह मेहरा, राजसिंह आदि ने कहा कि स्व. कला देवी सदैव दीन दुखियों की सेवार्रत रही और लोगों को पौधा रोपण, जल संचय, संस्कृति बचाव को लेकर जागरुक करती रही । उन्होंने अपने बच्चों को ही नहीं बल्कि क्षेत्रवासियों को सदैव नेक कार्य करने के लिए प्ररेरित भी किया। पत्रकार साथी केके सांभ्रवाल की माता कलावती के निधन पर पत्रकार फतह सिंह उजाला, शिव चरण, मोहित ने कहा कि, बुजुर्गो के अनुभव आज की और आने वाली पीढ़ी के लिए ऐसी सीख सहित धरोेहर होते हैं जो किसी भी पाठशाला में नहीं सिखाये जा सकते। स्व कलावती जो अपने आप में एक मिशल थी। आज के युवाओं को कलावती के जीवन से प्ररेणा लेकर समाज के उत्थान और उन्नति के लिए सदैव अग्रणी रहना चाहिए। Post navigation रामपाल जाट ने तीन दिवसीय अनशन खत्म किया अंबाला शहर की बागडोर अब शक्ति रानी शर्मा के हाथों: नीरू शर्मा