बरोदा उपचुनाव के बाद स्थानीय निकाय चुनाव में बीजेपी-जेजपी की हार से स्पष्ट, बदलाव के मूड में है प्रदेश की जनता- दीपेंद्र हुड्डादो महीने के भीतर दो बड़ी हार गठबंधन सरकार के लिए सबक, अब नहीं चलेगी भ्रष्टाचार और बंटवारे की राजनीति- दीपेंद्र हुड्डा 30 दिसंबर, सोनीपतः बरोदा उपचुनाव के बाद स्थानीय निकाय चुनाव में बीजेपी की हार से स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश की जनता अब बदलाव के मूड में है और वो प्रदेश में फिर से भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में जनहितकारी सरकार चाहती है। नगर निगम चुनावों में बड़ी जीत के बाद राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने ये दावा किया। सोनीपत नगर निगम चुनाव की कमान संभाल रहे सांसद दीपेंद्र ने चुनाव में कांग्रेस की जीत पर जनता का धन्यवाद किया है। साथ ही उन्होंने मेयर प्रत्याशी निखिल मदान और कांग्रेस पार्षदों को जीत की बधाई दी। इस मौक़े पर सांसद ने कहा कि ये जनता के विश्वास और भविष्य में सोनीपत को ईमानदार राजनीति देने वाली उम्मीद की जीत है। ये भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व और उनके विकास कार्यों की जीत है। क्योंकि चुनावों में हमने हुड्डा सरकार के दौरान हुए विकास कार्यों के नाम पर और बीजेपी राज में हुए भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ वोट मांगे थे। सांसद दीपेंद्र ने कहा कि 2 महीने में बीजेपी-जेजेपी के लिए ये दूसरा बड़ा झटका है। जिस तरह से बरोदा के ग्रामीण मतदाताओं ने गठबंधन को नकारा था, उससे भी बड़े अंतर से सोनीपत के शहरी मतदाताओं ने उसको सबक सिखाने का काम किया है। आमतौर पर स्थानीय निकाय चुनाव में सत्तारूढ़ दल की जीत होती है। लेकिन महज़ एक साल के भीतर प्रदेश की गठबंधन सरकार से जनता का मोह इस कदर भंग हो गया है कि सरकार को एक के बाद एक चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ रहा है। 3 नगर निगम, 3 नगर पालिका और एक नगर परिषद के चुनाव में गठबंधन को महज़ 2 में जीत और 5 में हार मिली है। तमाम सरकारी मशीनरी, सत्ता बल और दो दलों का गठबंधन होने के बावजूद लोगों ने सरकार के ख़िलाफ़ मतदान करके बीजेपी-जेजेपी की नीतियों और उसकी कार्यप्रणाली को पूरी तरह नकार दिया है। दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस बड़ी जीत के बाद जेजेपी नेताओं के उस बयान को फिर से याद किया, जिसमें जेजेपी नेता कह रहे थे कि शहरों में किसान नहीं रहते। इसलिए निकाय चुनावों में किसान आंदोलन से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। जेजेपी नेता ने कहा था कि शहरों में बमुश्किल एक प्रतिशत किसान रहते हैं। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि इस चुनाव में शहर के मतदाताओं ने गांव और शहरों में बंटवारा करने वाली इस सोच के ख़िलाफ़ भी मतदान किया है। मतदाताओं ने बता दिया है कि वो इस शहरी बनाम ग्रामीण के बंटवारे वाली राजनीति में नहीं फंसने वाले। वो बंटवारे और भ्रष्टाचार की इस राजनीति से छुटकारा चाहते हैं। उल्लेखनीय है कि बरोदा विधानसभा उपचुनाव की तरह सोनीपत नगर निगम चुनाव की कमान दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने ख़ुद संभाल रखी थी। यहां कांग्रेस को सर्वाधिक मतों से जीत मिली। Post navigation विधायक बलराज कुंडू एवं मेयर प्रत्याशी सन्दीप राणा ने डोर टू डोर किया कैम्पेन किसान की तकलीफ पूरे देश की तकलीफ है, किसान बोता है तो पूरा हिंदुस्तान खाता है- हुड्डा