रमेश गोयत

चंडीगढ़। अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा का शिष्टमंडल हरियाणा सरकार में वन एवं पर्यावरण मंत्री कवंरपाल गुज्जर से मिला और राजस्थान से सटे चार बिश्नोई बाहुल्य जिलों हिसार, फतेहाबाद, सिरसा व भिवानी जिलों में वन्यजीवों के संरक्षण के लिए सहयोग की अपील की। सभा के प्रदेश प्रवक्ता पृथ्वी सिंह बैनीवाल ने बताया कि शिष्टमंडल में बजरंग गोदारा, अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष विनोद कड़वासरा बड़ोपल, महासचिव विनोद काकड़ धांगड़, कार्यकारिणी सदस्य सतपाल भादु काजलहेड़ी शामिल रहे। सभा ने मंत्री के सामने इलाके में आ रही समस्याओं को रखा और वन्यप्राणी विभाग में कर्मचारियों की नियुक्ति करने और संसाधन सम्पन्न करने का अनुरोध किया। साथ ही वन्यजीव सलाहकार बोर्ड में बिश्नोई समाज से कोई प्रतिनिधि शामिल करने और जिला स्तर मानद वन्यप्राणी वार्डन बिश्नोई समाज के प्रतिनिधि लेने का अनुरोध किया। गांव बड़ोपल जिला फतेहाबाद में एनपीसीआईएल द्वारा अधिग्रहित 187 एकड़ भूमि कालोनी मामला निपटाकर  कालेहिरणों की संरक्षण योजना बनाने का अनुरोध किया जिस बारे मंत्री ने मुख्यमंत्री से बातचीत करने का आश्वासन दिया।

साथ ही वन एवं पर्यावरण मंत्री कवंरपाल गुज्जर ने हिसार उपायुक्त को फोन करके ब्लैडतारों को हटाने के आदेश को धरातल पर प्रभावी करने के निर्देश दिए।  फतेहाबाद के गांव काजलहैड़ी, धांगड़ व ढाणी माजरा में तीन सामुदायिक संरक्षित क्षेत्रों के लिए प्रबन्धन कमेटी का गठन करके यथाशीघ्र संरक्षण योजना बनाकर ग्रांट देने के लिए भी मंत्री जी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। वन्यजीव बाहुल्य इलाकों में जीवों को काटने के लिए ब्लैडतार व खेत से दुर कंरट/झटके लगाए जा रहै है। इन चारों जिलों में उपायुक्तों ने ब्लैडतारों के प्रयोग पर प्रतिबन्ध तो लगाए है लेकिन आदेश धरातल पर लागू नहीं हुए है। वन्यप्राणी विभाग के पास पर्याप्त कर्मचारी और संसाधन नहीं है।

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