इस सड़क मार्ग की लंबाई लगभग 46.11 किलोमीटर की होगी.
गुरूग्राम-पटौदी-रेवाड़ी-नारनौल से राजस्थान बोर्डर तक हाईवे.
इसके निमार्ण पर लगभग 4500 करोड़ रूपए की लागत आएगी

फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम ।
 वर्ष-2020 भले ही सभी के लिए कोरोना संक्रमण के लिहाज से चुनौतीपूर्ण रहा, लेकिन यह भी सच है कि सभी ने एकजुटता के साथ इन चुनौतियों का डटकर सामना किया। गुरूग्राम से पटौदी होते हुए रेवाड़ी तक बनाए जाने वाले चार मार्गीय हाईवे की सौगात भी मिली है, जिसकी आधारशिला केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग से रखी थी। इस परियोजना पर काम शुरू हो चुका है जिस पर लगभग 1524 करोड़ की लागत आएगी। यह राजमार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 352डब्ल्यू का हिस्सा है जिसकी लंबाई लगभग 46.11 किलोमीटर की है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) इस हाईवे का निर्माण कर रहा है। इसके अलावा, उस दिन केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी ने गुरूग्राम-पटौदी-रेवाड़ी-नारनौल से राजस्थान बोर्डर तक लगभग 132 किलोमीटर लंबाई के हाईवे की भी आधारशिला रखी थी जिस पर लगभग 4500 करोड़ रूपए की लागत आएगी । इस पर निर्माण कार्य प्रगति पर है।

मुश्किलों के इस दौर में हरियाणा सरकार ने आमजन का पूरा सहयोग किया और इन चुनौतियों का सामना करने के लिए हर संभव मदद दी। हालांकि कोरोना संक्रमण के चलते गुरूग्राम में विकास कार्यों की रफतार पिछले वर्षों की अपेक्षा धीमी रही लेकिन फिर भी विकास को गति देने के प्रयास जारी रहे। प्रदेश सरकार ने जिला में लोगों की अपेक्षा व जरूरत के अनुरूप विकास कार्य करवाने का प्रयास किया। साइबर सिटी गुरूग्राम को स्मार्टेस्ट सिटी बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने कोरोना प्रकोप के बावजूद यहां विकास कार्य करवाने का सिलसिला जारी रखा, जिसमें मुख्य रूप से यहां ट्रेफिक जाम की समस्या का समाधान करने के लिए परियोजनाएं ना केवल बनाई गई बल्कि इन्हें मूर्त रूप भी दिया गया।

गुरूग्राम जिला में टैªफिक जाम की समस्या के समाधान के लिए इस वर्ष दिल्ली -जयपुर हाईवे (एनएच-48) पर डीएलएफ साइबर सिटी के निकट यू-टर्न फलाईओवर का लोकार्पण किया गया। यह फलाईओवर लगभग 52 करोड़ रूपये की लागत से तैयार किया गया है। इसके शुरू होने से गुरुग्राम के लोगों तथा बाहर से यहां आने वाले वाहन चालकों को बड़ी राहत मिली है। नवनिर्मित यू-टर्न फ्लाईओवर की लंबाई 675 मीटर है और इसकी चैड़ाई 12.5 मीटर है। कोविड-19 की चुनौती के बावजूद इस 3 लेन के यू-टर्न फ्लाईओवर का निर्माण 18 महीने की निर्धारित अवधि में पूरा किया गया है।यह यू-टर्न फलाईओवर दिल्ली-गुरूग्राम एक्सप्रैस वे को गुरूग्राम के शंकर चैक  पर दुर्घटनाएं कम करने तथा ट्रैफिक जाम की समस्या का निदान करने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण(एनएचएआई) की 122.16 करोड़ रूपये की परियोजना का हिस्सा है।इस परियोजना का दूसरा हिस्सा एंबियंस माॅल के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनाया जा रहा चार लेन यू-टर्न अंडरपास है जिसका लगभग 90 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इस परियोजना के कुल खर्च को एनएचएआई तथा हरियाणा सरकार 75ः25 के अनुपात शेयर कर रही हैं।

इसके अलावा भी गुरूग्राम को ट्रैफिक जाम से मुक्त करने के लिए गांव बजघेड़ा में 42 करोड़ रूप्ये की लागत से रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) भी बनाकर शुरू किया जा चुका है। यही नहीं, गुरूग्राम के मुख्य बस अड्डे के पास राव महाबीर सिंह चैक पर अंडरपास बनाने का कार्य प्रगति पर है। परियोजना में महावीर चैक पर अंडरपास , ऐलिवेटिड वाॅक वे तथा सरफेस रोड़ का निर्माण शामिल है और इस पर लगभग 26 करोड़ रूपये की लागत आएगी। शहर को ट्रेफिक जाम मुक्त बनाने के उपायों के अंतर्गत गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के माध्यम से भी कई परियोजनाओं पर कार्य प्रगति पर है। इनमें लैफिटनेंट अतुल कटारिया चैक, उमंग भारद्वाज चैक से एनपीआर तक की सड़क को 6 लेन की बनाना, महावीर चैक तथा हुडा सिटी सैंटर मैट्रो स्टेशन के चारों तरफ के सुधारीकरण के कार्य शामिल हैं जिन पर लगभग 508 करोड़ रूपए की लागत आएगी।

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