बनीपुर चैक पर एक दर्जन से अधिक महिलाओं की भूख हड़ताल.
अखिल भारतीय जनवरी जनवादी महिला समिति राजस्थान बैनर तले

फतह सिंह उजाला

पटौदी।  जब खेत खलिहान में कंधे से कंधा मिलाकर महिलाएं काम करते हुए स्वयं को गौरवान्वित महसूस करती हैं ,तो अब जब अपनी भागीदारी किसान आंदोलन में निभाने की बारी आई तो यहां भी महिलाएं पीछे नहीं रही।

दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे पर राजस्थान और हरियाणा सीमा पर स्थित अहीरवाल के लंदन रेवाड़ी जिला के बावल में स्थित बनीपुर चैक पर एक दर्जन से अधिक महिलाओं ने अखिल भारतीय संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर की गई क्रमिक भूख हड़ताल में अपनी भागीदारी निभाते हुए चूल्हा चैका छोड़ 24 घंटे की भूख हड़ताल के लिए लंगर डाल दिया । महिलाओं यह भूख हड़ताल अखिल भारतीय जनवरी जनवादी महिला समिति राजस्थान राज्य कमेटी के तत्वाधान में की गई ।

इस मौके पर राजस्थान हनुमानगढ़ से चंद्रकला, डॉक्टर सीमा जैन बीकानेर, तारा घायल सीकर, सरोज मीतर, सुमित्रा चोपड़ा हनुमानगढ़, रामचंद्री, सोना देवी, पूर्णिमा ,सुमिता मीतर, सुमिता बहेरा, मोनिका प्रजापत बीकानेर, अनु दुग्गल, धरसाना देवी बीकानेर, ईशा शर्मा जयपुर, जय किसान आंदोलन के नेता और बावल के किसान नेता फसल वास , रामकुमार , सुमेर जैलदार, भूप सिंह सागरपुर , सौदान सैनी, सर जीत टिकला, शेर सिंह बनीपुर भी क्रमिक भूख हड़ताल में शामिल रहे । मंगलवार को अखिल भारतीय संयुक्त किसान मोर्चा के किसान आंदोलन के सहयोगी स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव के पिता के निधन पर 2 मिनट का मौन रखकर शोक व्यक्त किया गया । गौरतलब है कि योगेंद्र यादव बीती रात भर से लेकर मंगलवार सुबह तक राजस्थान सीमा में दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे के बराबर के गांवों में जनसमर्थन जुटाने के अभियान में लगे हुए थे , मंगलवार सुबह ही अपने पिता 91 वर्षीय प्रोफेसर देवेंद्र सिंह के देहावसान का समाचार मिला।

दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे पर राजस्थान और हरियाणा सीमा पर नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर आंदोलनरत विभिन्न प्रदेशों के धरने पर लंगर डाले बैठे किसानों को संबोधित करते हुए रामकिशन अहलावत ने कहा कि किसान अपने आंदोलनकरी किसान साथियों के बीच दिल्ली सीमा पर जाना चाह रहे हैं । लेकिन फिर भी हरियाणा सरकार अपनी हठधर्मिता को दिखाते हुए किसानों को खुले आसमान के नीचे सड़क पर ही रोक सरकार अपनी हठधर्मिता का चेहरा दिखा रही है। मंगलवार को भी जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर आसपास के किसानों के जत्थे का आने का तांता लगा रहा । दिल्ली जयपुर हाईवे पर भी दिन-प्रतिदिन अब लंगर डाले किसानों की संख्या बढ़ती जा रही है ।

मंगलवार को रेवाड़ी जिला बार एसोसिएशन के सदस्य एवं कामरेड राजेंद्र कुमार ने हुंकार भरते हुए कहा कि 25 दिसंबर को जन क्रांति आंदोलन के रूप में महिला सांस्कृतिक संगठन के बैनर तले अनेक महिलाएं शाजापुर बॉर्डर पर पहुंचकर किसान आंदोलन को अपना समर्थन देंगी । इसी मौके पर विभिन्न वक्ताओं ने किसानों का आह्वान किया कि सभी किसान और उनके जानकार अदानी , अंबानी कारपोरेट घराने के द्वारा दी जा रही सेवाओं और इनके तमाम उत्पादों का बहिष्कार करने का सिलसिला और अधिक तेज करें ।  मंगलवार को अहीरवाल के लंदन रेवाड़ी सीमा पर आंदोलनकारी किसानों का हौसला अफजाई के लिए बीएस मील रामरतन फागणिया , अनीता गुर्जर, पेमाराम, पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले बीएसएफ के जवान तेज बहादुर , वीरेंद्र हुड्डा , मनिंदर सिंह मान श्री गंगानगर किसान पार्टी , अमर सिंह सैनी, बलबीर छिल्लर बहरोड , संजय माधव,  बलबीर सिंह बड़ोती, सहित अनेक किसान नेता और प्रबुद्ध नागरिक मौजूद रहे।

error: Content is protected !!