कहा: जब तक काले कानून वापिस नहीं होगे, संघर्ष रहेगा जारी भिवानी/मुकेश वत्स किसान आंदोलन के समर्थन में चौधरी छोटूराम विचार मंच के पदाधिकारियों ने आज सोमवार को लघु सचिवालय के सामने धरना दिया तथा कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग की। धरने की अध्यक्षता रघुबीर सिंह सुखपुरा व गंगाराम श्योराण ने की। तीनों कृषि कानूनों को गैर कानूनी बताते हुए उन्हे रद्द किए जाने की मांग की गई। इस दौरान धरने के दौरान विभिन्न किसान संगठन, कर्मचारी संगठन व सामाजिक संगठनों ने अपने विचार रखें व इन कानूनों के विरोध में समर्थन दिया। इस अवसर पर छोटूराम विचार मंच के सदस्य विरेंद्र किरोड़ी, अशोक सिवाच, एडवोकेट जितेंद्र नाथ, सुरेश प्रिंसिपल, बलवंत प्रधान, सुरेश ओड ने अपने विचार रखे व कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली कूच करने का आह्वान किया व आंदोलन को तेज करने की रूपरेखा तैयार की गई। उन्होंने कहा कि जब तक ये काले कानून वापिस नहीं होगे, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि किसान अपनी जायज मांगों को लेकर कड़ाके की ठंड में भी दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं, लेकिन केंद्र सरकार पंूजीपतियों को फायदा पहुंचाने में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि कृषि विरोधी कानूनों से खेती पर भारी संकट है तथा किसान कारपोरेट के हवाले कर दिया गया है। Post navigation ईएसआई अस्पताल में दर्जन भर चिकित्सकों के पद रिक्त, मरीज परेशान स्कूल शिक्षा विभाग में समायोजित करने की प्रक्रिया के बाद भी शारीरिक शिक्षकों की नहीं हो रही है ज्वाईंनिंग