भिवानी/मुकेश वत्स

 एसवाईएल हरियाणा के लिए जीवण-मरण का प्रश्र हैं। इसके लिए भाजपा के नेता जो प्रयास कर रहे है, वो सराहनीय है। यह बात युवा कल्याण संगठन के संरक्षक कमल सिंह प्रधान ने कही।

उन्होंने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं कि एसवाईएल का पानी अगर हरियाणा को मिलता है तो खासकर दक्षिण हरियाणा के किसानों को जबरदस्त लाभ होगा और इस इलाके में पानी आने से बहुत अच्छी फसल होगी, क्योंकि यहां की मिट्टी बहुत उपजाऊ है। पिछले दिनों सांसद धर्मबीर सिंह के नेतृत्व में भाजपा के सांसद व भाजपा के विधायक, केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेंद्र शेखावत व कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर से मिले थे। यह उनकी अच्छी पहल थी और आज पूरे हरियाणा में भाजपा के नेताओं ने एसवाईएल के लिए उपवास किया है, यह भी अच्छी पहल है और प्रदेश का प्रत्येक नागरिक चाहता है कि एसवाईएल का पानी हरियाणा को मिले।

कमल सिंह प्रधान ने कहा कि एसवाईएल के साथ अगर ये सभी नेता कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए मिलते तो इनकी प्रदेश भर में वाहवाही होती, क्योंकि आज पांच लाख किसान कडकड़़ाती ठंड में दिल्ली बॉर्डर पर अपना डेरा डाले हुए हैं। भाजपा नेताओं को यह बात अच्छी तरह से जान लेनी चाहिए कि उन किसानों ने कई किसान एमए, पीएचडी है और कृषि क्षेत्र में उन्होंने शिक्षा प्राप्त की हुई है। उन सभी की राय यही है कि ये तीनों कृषि कानून किसानी के लिए आत्मघाती हैं। जब किसान इन कानूनों को नहीं चाहता तो सरकार को जबरदस्ती ये कानून नहीं थौंपने चाहिए। उन्होंने वे मुख्यमंत्री व प्रदेश के तमाम भाजपा नेताओं से अपील करते हुए कहा कि वे जिस प्रकार से एसवाईएल के लिए जोर लगा रहे है, उससे भी तेज जोर कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए केंद्र सरकार पर देना चाहिए।

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