फर्जी एनओसी जारी करने का रिकार्ड खूर्द-बूर्द करने की ताक में कर्मचारी रमेश गोयत चंडीगढ़ 14 दिसम्बर। मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा हरियाणा शहरी सम्पदा विभाग का भूमि अर्जन कलेक्टर कार्यालय पंचकूला के नायब तहसीलदार शिवराज को सस्पेंड कर फर्जीवाड़ा करने पर और सरकारी जमीन की फर्जी एनओसी जारी करने के मामले में एफआईआर दर्ज करवाने के आदेश के बाद कार्यालय के कर्मचारियों में हडकप मचा हुआ है। कार्यालय के कर्मचारी फर्जी एनओसी जारी के मामले में घबराए हुए है। जिम्मदार कर्मचारी फर्जी एनओसी जारी करने का रिकार्ड खूर्द-बूर्द करने की ताक में है। शिकायत कर्ता पंचकूला निवासी राजबीर ने बताया कि भूमि अर्जन कलेक्टर कार्यालय पंचकूला से पिंजौर व अन्य छ: जिलो में दलालो की मिली भगत से फर्जी एनओसी जारी करके सरकारी जमीन को खूर्दबूर्द किया गया है। सरकार की जांच के आदेश के बाद नायब तहसीलदार शिवराज व अन्य कर्मचारी अपने बचाव के लिए सरकारी रिकार्ड को खूर्द-बूर्द कर सकते है। राजबीर ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि विभाग को जमीन की एनओसी देने का रिकार्ड कब्जे में लेना चाहिए। सैक्टर 19 कैथल में भी हुडा की बची हुई जमीन की एनओसी देकर काफी विवाद हुआ था। बाद में यह मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में भी आया था। उस जमीन पर बन रहे अवैध निर्माण को गिराना पड़ा था। हरियाणा शहरी सम्पदा विभाग के भूमि अर्जन कलेक्टर कर्मचारी मोटे पैसे लेकर सैक्टरो के साथ लगती एचएसवीपी की खाली जमीन की फर्जी एनओसी देकर एचएसवीपी की अरबो रूपए की जमीन को हेरफेर करने की शिकायत थी। राजबीर सिंह पंचकूला निवासी ने सीएम विंडो में दी शिकायत में मुख्यमंत्री को बताया था कि पिंजौर में भी 14 नबम्बर 2017 को ऐसे ही जमीन रिलीज करने के लिए एक फर्जी एनओसी जारी की गई। राजबीर ने बताया कि यदि सरकार सभी जिलो की जारी एनओसी की जांच करे तो करोड़ो का घोटाला उजागर होगा। जबकी उस समय के एलएओ का कहना है की उसके समय में कोई भी एनओसी जारी नही की है। हरियाणा शहरी सम्पदा विभाग का भूमि अर्जन कलेक्टर कार्यालय 11 मार्च 1980 को शहरो में सैक्टर काटने के लिए जमीन एक्वायर के लिए बना था। जिसमें जिला कैथल, करनाल, पंचकूला, यमुननगर, अम्बाला, कुरूक्षेत्र के 250 के करीब सैक्टरो की जमीन आती है। 1980 लेकर अब तक 80 के करीब एलएओ के तौर पर अधिकारी रह चुके है। पहले एचसीएस अधिकारी एलएओ लगते थे। अब डीआरओ रैक के अधिकारी एलएओ नियुक्त है। जिसमें एलएओ दिनेश यादव एचसीएस, एलएओ डीआर कैरो पूर्व एचसीएस, डीआरओ विनोद शर्मा, तहसीलदार धूम सिंह, तत्कालीन तहसीलदार ईश्वर बैरागी, कानूनगो कालका सिंघराम, नायब तहसीलदार सुरेंद्र पर विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था। ब्रहमदत नायब तहसीलदार का जेल में रहते ही निधन हो गया था। इस केस अभी ट्रायल जारी है। Post navigation हरियाणा से गुजरने वाली 3 बड़ी सड़कों का काम तेज करवाने के लिए डिप्टी सीएम ने की केंद्र से अपील कर्मचारियों ने किया किसान आंदोलन के समर्थन में प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन