भिवानी/मुकेश वत्स

कृषि कानूनों के विरोध में पिछले दो सप्ताह से लगातार धरने पर बैठे किसानों के सब्र का बांध अब टूटने लगा है। किसानों द्वारा अब जिला स्तर पर कृषि कानूनों के विरोध में धरना दिया जाएगाा। इसी के तहत किसानों ने 14 दिसंबर को देशभर में जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला लिया है। किसान नेता जोगेंद्र तालु ने कहा कि 14 दिसंबर को जिला मुख्यालय पर धरना दिया जाएगा और कृषि कानूनों का विरोध किया जाएगा। साथ ही सरकार को चेतावनी भी दी कि जब तक काले कानून वापिस नहीं लिए जाएंगे, तब तक किसानों का संघर्ष जारी रहेगा।

किसान नेता जोगेंद्र तालु ने कहा कि पिछले दो सप्ताह से लाखों किसान दिल्ली के बार्डरों पर रात-दिन डटे हुए हैं और अपनी मांगों को पूरा करवाने की मांग कर रहे हैं। सर्द भरी रातों में बार्डर पर डटे किसानों की केंद्र सरकार द्वारा मांगे पूरी नहीं की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा, पंजाब ही नहीं पूरे देश का किसान सडक़ों पर उतरकर तीन कृषि काले कानून का विरोध कर रहे है। उन्होंने कहा की अगर केंद्र सरकार ने तुरंत तीन कृषि काले कानून को वापिस लेकर किसान की हर फसल एमएसपी रेटों में खरीद का गारंटी कानून नहीं बनाया तो किसान आंदोलन विशाल रूप लेगा।

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