· हरियाणा के एकमात्र विपक्षी सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने पंजाब के सभी विपक्षी सांसदों के साथ जंतर-मंतर पर दिया धरना · 8 दिसंबर के भारत बंद का किया पूर्ण समर्थन, कहा – किसान आंदोलन बदला जन आंदोलन में · जय जवान, जय किसान का नारा भूल गयी भाजपा सरकार · दीपेंद्र हुड्डा का पूरा दिन बीता जवानों और किसानों के बीच · पहले सांखोल़ गांव में शहीद कैप्टन कुलदीप सिंह राठी की मूर्ति का किया अनावरण, फिर टीकरी बार्डर धरना स्थल पर किसानों से मिले चंडीगढ़, 7 दिसंबर। हरियाणा के एकमात्र विपक्षी सांसद दीपेंद्र हुड्डा आज पंजाब के सभी विपक्षी सांसदों के साथ एकजुट होकर किसान आन्दोलन और किसानों की मांगों के समर्थन में दिल्ली के जंतर-मंतर पर आयोजित धरने में पहुंचे और सरकार से तुरंत कृषि कानूनों को रद्द करने तथा ऐसा करने के लिये शीघ्र संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि किसान विरोधी कानूनों को रद्द करने का जो विधेयक संसद में आयेगा सारा प्रतिपक्ष उसका समर्थन करेगा। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने किसानों और किसान संगठनों द्वारा प्रस्तावित 8 दिसंबर के भारत बंद का पूर्ण समर्थन किया। उन्होंने आगे कहा कि पहले तो केंद्र सरकार ने सारी संसदीय प्रक्रियाओं और परम्पराओं का उल्लंघन कर जल्दबाजी में जबरन इन किसान विरोधी कानूनों को पास कराया। उन्होंने बताया कि वो स्वयं कृषि मामलों के स्थायी संसदीय समिति के सदस्य रहे हैं और कृषि से संबंधित बिलों के लिये ये परंपरा रही है कि सभी किसान संगठनों को इस पर चर्चा के लिये आमंत्रित किया जाता है। उनकी राय ली जाती है, विशेषज्ञों की राय जानी जाती है और तब जाकर बिल में आवश्यक सुधार के बाद उसे सर्वसम्मति से पारित किया जाता है। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि सरकार जिन कृषि कानूनों का सबसे बड़े कृषि सुधार के तौर पर प्रचार कर रही है वो असल में किसानों पर सबसे बड़े अत्याचार साबित होने वाले हैं। उन्होंने सवाल किया कि इन बिलों की मांग किसने की थी? उन्होंने फिर दोहराया कि किसानों की मांगों और उनकी समस्याओं पर निर्णय के लिए बिना टालमटोल किये सरकार शीघ्र संसद का विशेष सत्र बुलाये। इससे पहले वे रोहतक-दिल्ली सीमा के टीकरी बॉर्डर पर आन्दोलन कर रहे किसानों के बीच एक बार फिर पहुंचे और किसान आन्दोलन का समर्थन किया साथ ही अन्नदाता की सेवा में लगे सभी साथियों का धन्यवाद किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह किसान आंदोलन जन आंदोलन में बदल गया है। देश भर के हर संगठन, हर वर्ग ने शांतिपूर्ण और अनुशासित किसान आन्दोलन को अपना समर्थन दिया है। इस दौरान उन्होंने इलाक़े द्वारा चल रहे लंगरो को दिशा-निर्देश दिए और लंगर में खुद सेवा करते हुए अपने हाथों से भोजन परोसा। उन्होंने कहा कि किसान आन्दोलन में सैकड़ों हरियाणावासी निःस्वार्थ भाव से पूरे तन-मन से सेवा में जुटे हैं वो सराहनीय है। उन्होंने इस बात पर ख़ुशी जताई कि पिछले कई दिनों की तरह उनको और सभी इलाकावासियों को यहाँ सेवा करने का मौका मिला। अन्नदाता की सेवा भगवान् की पूजा के बराबर है। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने आगे कहा कि सरकार किसानों को बहकाने की कोशिश न करे। देश का किसान जागरुक हो चुका है। इस सरकार ने पूरी तरह से पूर्व प्रधानमंत्री श्री लालबहादुर शास्त्री के नारे – जय जवान, जय किसान को भुला दिया है और उसके विपरीत काम कर रही है। उन्होंने कहा यह भी दुर्भाग्य है कि किसानों को अपनी जायज मांगों के लिए इतना लंबा संघर्ष करना पड़ रहा है। बावजूद इसके किसानों के हौसले बुलंद है। उन्होंने सरकार को आगाह किया कि वो देश के किसानों को कमजोर समझने की गलती न करे, पूरा देश अपने किसान के साथ एकजुट खड़ा है। दीपेंद्र हुड्डा का आज पूरा दिन किसानों और जवानों के बीच गुजरा। इससे पहले उन्होंने आज सांखोल़ गांव में शहीद कैप्टन कुलदीप सिंह राठी की मूर्ति का अनावरण किया। उन्होंने कहा जो राष्ट्र अपने शहीदों का सम्मान नहीं करता वो कभी आगे नहीं बढ़ सकता। हमारे देश का किसान अन्न पैदाकर देश का पेट भर रहा है, वहीं किसान का बेटा कंधे पर भारी-भरकम बंदूक रखकर देश की रक्षा कर रहा है। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि यह सरकार पूरी तरह किसानों और जवानों की उपेक्षा कर रही है। Post navigation गैर मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों को राहत प्रदान करते हुए वर्ष 2020-21 के लिए अस्थाई मान्यता/शिक्षा बोर्ड से सम्बद्धता प्रदान कर दी केंद्र सरकार सबकी राय लेकर किसानों के हित में अच्छा फैसला लेगी – दिग्विजय चौटाला