भिवानी/मुकेश वत्स भवन निर्माण से सम्बधित निर्माण यूनियनों ने किसान मजदूर विरोधी काले कानूनों के विरोध में सुरेन्द्र मैमोरियल पार्क के सामने पुतला दहन किया। पुतला दहन में भवन निर्माण कामगार यूनियन हरियाणा (सीटू), भवन निर्माण कारीगर मजदूर यूनियन (एआईयूटीयूसी) व भवन निर्माण मजदूर संघ ( इंटक) शामिल हुए। यूनियनों ने किसान संगठनों द्वारा 8 दिसम्बर के भारत बन्द में शामिल होने का निर्णय लिया। कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए यूनियन नेताओं ने कहा की मोदी सरकार किसान मजदूर विरोधी काले कानून लाई हैं। जिससे ना केवल किसान बर्बाद हो जाएगा बल्कि मजदूरों को भी दोबारा से गुलामी की तरफ ले जाएगा। भाजपा सरकार कोरपोरेट घरानों को मुनाफा पहुचाने के लिए किसान मजदूरो के हितों के साथ खिलवाड़ कर रही हैं। भाजपा सरकार ने आजादी के समय लम्बे सघर्षों के दम पर बने श्रम कानूनों को बदलकर 4 कोड के रूप में बदल दिया हैं। भाजपा सरकार ने कोरोना के बहाने से तमाम सावृृजनिक संसाधनों का नीजिकरण कर रही हैं। जिसके खिलाफ मजदूरो व किसानों में भारी रोष है। देश भर के किसान संगठनों के आह््वान पर किसान संगठन 10 दिनों से आन्दोलनरत है। 8 दिसम्बर के भारत बन्द को 10 केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों, व्यापरियों, कर्मचारियों का व्यापक समर्थन मिल रहा हैं। Post navigation किसानों के समर्थन में भाजपा खेल प्रकोष्ठ के प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य ने दिया इस्तीफा अति आवश्यकता वाले लोगों को रेडक्रॉस उपलब्ध करवाएगा मास्क व साबुन