गुरूग्राम के स्वर्ण जयन्ती लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में मेयर ने मुख्यमंत्री से गुरूग्राम में विकास कार्यों, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण एवं निजी कॉलोनियों से संबंधित विषयों, बकाया स्टांप ड्यूटी एवं अन्य विभागों पर बकाया राशि दिलवाने, 16 ग्राम पंचायतों को निगम क्षेत्र में शामिल करने, मेयर एवं निगम की प्रशासनिक एवं वित्तीय शक्तियां बढ़ाने, नगर निगम सदन द्वारा पारित मुख्यालय स्तर पर लंबित प्रस्तावों को स्वीकृति दिलवाने आदि पर की चर्चा गुरूग्राम, 7 दिसम्बर। गुरूग्राम की मेयर मधु आजाद के नेतृत्व में विधायक सुधीर सिंगला व निगम पार्षदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को स्थानीय स्वर्ण जयन्ती लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान गुरूग्राम में विकास कार्यों, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण एवं निजी कॉलोनियों से संबंधित विषयों, बकाया स्टांप ड्यूटी एवं अन्य विभागों पर बकाया राशि दिलवाने, 16 ग्राम पंचायों को नगर निगम में जल्द शामिल करवाने, मेयर एवं निगम की प्रशासनिक एवं वित्तीय शक्तियां बढ़ाने तथा नगर निगम गुरूग्राम सदन द्वारा पारित मुख्यालय स्तर पर लंबित प्रस्तावों को जल्द स्वीकृति दिलाने आदि बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। मेयर मधु आजाद ने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के आवसीय सैक्टरों से संबंधित विषयों के बारे में पत्र सौंपा। इस पत्र के माध्यम से कहा गया है कि एचएसवीपी द्वारा स्थानांतरित सैक्टरों में जो भी शुल्क या फीस लिया जाएगा, उसका 75 प्रतिशत प्रत्येक माह की 15 तारीख तक नगर निगम गुरूग्राम में जमा करवाने का निर्णय हुआ था। इसके अलावा, प्लॉट की बिक्री का 50 प्रतिशत लाभ भी नगर निगम गुरूग्राम कोष में जमा करवाने का प्रावधान है। इस बारे में एचएसवीपी से कई बार निवेदन किया गया है, लेकिन विभाग द्वारा कोई भी अदायगी नहीं की गई है। नगर निगम गुरूग्राम द्वारा इन सैक्टरों में विकास कार्यों पर करोड़ों रूपए की राशि खर्च की जा चुकी है। मेयर ने वर्ष 2016 से यह राशि निगम कोष में जमा करवाने का निवेदन मुख्यमंत्री से किया। इसके साथ ही नगर निगम गुरूग्राम की स्थापना से पूर्व शहरी क्षेत्र की ग्राम पंचायतों की जो जमीन एचएसवीपी द्वारा अधिगृहित की गई थी, उसका मुआवजा अभी तक नगर निगम गुरूग्राम को नहीं मिला है। मेयर ने एचएसवीपी के नगर निगम को स्थानांतरित सैक्टरों में स्थित सामुदायिक केन्द्रों, बूस्टिंग स्टेशनों, फायर स्टेशनों, डिस्पैंसरी, वृद्धाश्रम व खेल परिसरों आदि सभी चिन्हित साईटों को नगर निगम द्वारा विकसित करने की अनुमति दिलवाने का अनुरोध भी मुख्यमंत्री से किया। मेयर मधु आजाद ने निजी कॉलोनियों को नगर निगम गुरूग्राम के अधीन करने का प्रस्ताव भी मुख्यमंत्री के समक्ष रखा। मेयर ने कहा कि नगर निगम गुरूग्राम की सीमा में आने वाली निजी कॉलोनियों में बिल्डर द्वारा मूलभूत सुविधाएं ना प्रदान करने के कारण इन कॉलोनियों में रहने वाले नागरिकों को काफी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018-19 में टाऊन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग द्वारा कुछ निजी कॉलोनियों जैसे पालम विहार, साऊथ सिटी-1 व 2, सुशांत लोक-1, सनसिटी व डीएलएफ फेज-1, 2, 3 को विकास कार्यों के लिए नगर निगम के अधीन किया गया था। इसी तरह अन्य निजी कॉलोनियों जैसे आरडी सिटी, सुशांत लोक-2, ग्रीनवुड सिटी, मालिबु टाऊन, रोजवुड सिटी, विपुल वल्र्ड, उत्पल साऊथएंड, मैफिल्ड गार्डन, आदि को भी निगम के अधीन करवाएं, ताकि इन कॉलोनियों में रहने वाले नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। इस बारे में नगर निगम गुरूग्राम के सदन की काफी बैठकों में सर्वसम्मति से प्रस्ताव भी पारित किए जा चुके हैं। इस मौके पर मेयर मधु आजाद के साथ गुरूग्राम के विधायक सुधीर सिंगला, जिला भाजपा उपाध्यक्ष अनिल यादव, निगम पार्षद कुलदीप यादव व अनूप सिंह तथा नीरज यादव उपस्थित थे Post navigation सैनिको व उनके परिवारो के कल्याण के बारे में सोचना हम सबकी जिम्मेदारी-मुख्यमंत्री विभिन्न संगठनों द्वारा 8 दिसंबर को किए गए भारत बंद के आह्वाहन को लेकर प्रशासन और पुलिस मुस्तैद