भिवानी/मुकेश वत्स  

घुसकानी गांव के मौजीज लोगों की एक बैठक गांव के पंचायत घर में हुई। बैठक में खाप पंचायतों द्वारा समर्थित किसान आंदोलन को मजबूती देने के लिए उस पर विचार किय गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि केंद्र सरकार किसानों की जायज मांगों को मानने की बजाय टालमटोल का रवैया अपनाये हुए है। जिससे किसान ही नहीं मजदूर वर्ग में भी भरी असंतोष फैला हुआ है। आज नहीं मानी सरकार ने तो सैंकड़ों की संख्या में घुसकानी के किसान करेंगे दिल्ली कूच।

बैठक में वक्ताओं ने अपने विचार रखते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में बनाये गए तीन कृषि कानून किसानों व गरीबों के लिए बहुत ही खतरनाक हैं। इन कानूनों के जारी रहने से मंडी व्यवस्था ध्वस्त होगी जिस से किसानों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो जायेगा। वक्ताओं ने कहा कि आवश्यक वस्तु अधिनियम जारी रहा तो सार्वजनिक वितरण प्रणाली बंद हो जाएगी जिससे आज गरीबों को मिलने वाला सस्ता राशन भी प्रभावित होगा।

बैठक में सर्व सम्मति से फैसला लिया गया कि आज शनिवार को सरकार के साथ होने वाली बातचीत में सरकार ने किसानों की मांगे नहीं मानी तो कल रविवार 6 दिसंबर को सुबह ही किसान आंदोलन को मजबूत करने के लिए गांव के सभी वर्गों से बड़ी तादाद में लोग ट्रैक्टर ट्रालियों में भर कर दिल्ली कूच करेंगे।  

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