टिकरी बॉर्डर, 3 दिसम्बर : कुंडू ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि किसान के लिए यह खेत में बिजाई का समय है परंतु किसान इन तीन खेती विरोधी कानूनों की वजह से कड़ाके की ठंड में सड़क पर बैठा है, अगर किसान उगायेगा नहीं तो देश खायेगा क्या ? इसलिए सरकार को जल्द से जल्द से तीनों कानूनों को वापिस लेते हुए MSP की गांरटी का एक नया कानून बनाना चाहिए और अन्नदाता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के सब्र का और इम्तिहान ना ले और जिन किसानों ने आंदोलन में प्राण त्याग दिए हैं उनको शहीद का दर्जा देकर उचित मुआवजा और परिवार को नौकरी दी जाए। उन्होंने सभी नेताओं से भी पुनः किसानों के साथ खड़े होकर किसानों के हकों की लड़ाई में साथ देने का आह्वान किया। Post navigation मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पुस्तक- डा. मंगल सेन: राजनीतिक एवं सामाजिक नायक का लोकार्पण किया। महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू किसानों की मदद में फिर आये आगे